Indian Railway: मंगला एक्सप्रेस से छात्र चुरा ले गए चादर, जीआरपी ने वसूले 18 हजार रुपए

Mangla express: हजरत निजामुद्दीन से गोवा जा रही मंगला लक्षद्वीप एक्सप्रेस में जीआरपी द्वारा छात्रों को डराकर अवैध वसूली का मामला सामने आया है। छात्रों पर ऊपर आरोप इतना है कि वह एसी कोच से चादर अपने साथ ले गए थे। जिस पर छात्रों को एक लाख 20 हजार रुपये जुर्माने का डर दिखा दिया। इसके बाद समझौते के नाम पर जीआरपी पुलिस ने 18 हजार रुपये वेंडर के खाते में ट्रांसफर करवा दिए। मामला खुलने पर पुलिसकर्मियों ने रकम वापस कराई। अपने साथी को मथुरा रेलवे स्टेशन पर भेज यात्रियों से जबरन लिखवाया कि पैसों की जरूरत होने पर पैंट्री कार के वेंडर से रुपये लिए थे। इसमें पुलिस का कोई लेना देना नहीं है।
गोवा पणजी के रहने पाले छात्र प्रतिमेश, अर्जुन, अनीस, रोहन, प्रतीक समेत छह मित्र दिल्ली घूमने आए थे। प्रतीक उनके मित्र बुधवार सुबह पांच बजे निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से मंगला लक्षद्वीप एक्सप्रेस में गोवा के लिए बैठे थे। उनकी सीट स्लीपर कोच में आरक्षित थीं। प्रतिमेश उनके साथी एसी कोच से चादर ले आए। आरोप है कि ट्रेन चलने के 20 मिनट बाद ही जीआरपी के दो जवान उनके पास पहुंचे। एसी कोच से चादर लेकर आने पर प्रति यात्री 20 हजार रुपये जुर्माना लगाने की धमकी दी। प्रतिमेश उनके साथी बुरी तरह से डर गए।
पुलिसकर्मियों ने सौदेबाजी करके 19 हजार रुपये मांगे। कैश नहीं होने पर पुलिसकर्मियों ने पैंट्री कार के एक वेंडर के ई-वालेट में 18 हजार रुपये ट्रांसफर कराए। प्रतिमेश ने गोवा में रहने वाले परिचित अंकित को काल किया। अंकित ने गूगल से नंबर सर्च कर मंगला एक्सप्रेस में चलने वाले रेलवे स्टाफ को इसकी जानकारी दी। मामला जीआरपी अधिकारियों के संज्ञान में आने पर पुलिसकर्मी सक्रिय हो गए। अंकित ने फोन पर बताया कि पुलिसकर्मियों ने वेंडर से रकम वापस करवाकर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने लगे।
मथुरा रेलवे स्टेशन पर साथी पुलिसकर्मी को भेजा। थानाध्यक्ष जीआरपी मथुरा जंक्शन के नाम से संबोधित प्रार्थना पत्र में प्रतिमेश, अर्जुन समेत अन्य मित्रों से एक कागज पर लिखवा लिया कि उन्हें खाने-पीने आदि के लिए कैश की जरूरत थी, जिसके लिए 18 हजार रुपये वेंडर को आनलाइन देकर कैश प्राप्त किए थे। उसमें पुलिसकर्मियों को कोई लेना-देना नहीं है। गलतफहमी में सूचना दी थी। जीआरपी थाना मथुरा के इंस्पेक्टर यादराम का कहना है कि यात्रियों ने पैंट्री कार के वेंडर का आनलाइन भुगतान किया था। यह रकम यात्रियों को वापस करा दी गई थी।