Skeletons of cows/इंदौर के पेडमी की गोशाला में डेढ़ सौ गायों के कंकाल मिले, मैनेजर गिरफ्तार
इंदौर,03मार्च(इ खबर टुडे)। भोपाल में गोशाला में हुई गायों की मौत के बाद इंदौर में डेढ़ सौ गायों के कंकाल मिलने का मामला सामने आया है। हिंदूवादियों ने हंगामा किया, तब खुड़ैल थाना पुलिस ने गोशाला के प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके से गायों के कंकाल से 21 बिल्ले एकत्र किए हैं। पुलिस ने आरोपित पर गोवंश प्रतिषेध के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
यह घटना शहर से करीब 30 किमी दूर स्थित अहिल्या माता जीवदया मंडल ट्रस्ट द्वारा मौध्यापुरा (पेडमी) में संचालित गोशाला की है। ट्रस्ट का मुख्यालय केसरबाग रोड पर है। पुलिस ने फरियादी मनोज तिवारी (वल्लभ नगर) की शिकायत पर आरोपित अशोक रामदीन पस्तोर के विरुद्ध गौवंश प्रतिषेध के तहत केस दर्ज किया है।
डीएसपी (मुख्यालय) अजय वाजपेयी के अनुसार कंकाल गोशाला के पीछे खाली मैदान (हड्डी खोह) में पड़े हुए थे। मनोज ने पुलिस को बताया कि बुधवार दोपहर करीब ढाई बजे वह सुधा चौधरी, गोपाल अग्रवाल, संजय अग्रवाल, अक्षय मित्तल, विष्णु शर्मा, मदनलाल यादव, राजकुमार, दुर्गेश लड्ढा, चंद्रशेखर पटेल, मनोहर पटेल, अमित माहेश्वरी, भरत शर्मा, ओंकार चौधरी के साथ अहिल्या माता गोशाला गोसेवा के लिए गया था। गोशाला के पीछे डेढ़ सौ गायों के कंकाल पड़े हुए थे। वहां गिद्ध मंडरा रहे थे। मनोज ने प्रबंधन से घटना के बारे में पूछा और कंकालों की वीडियो रिकार्डिंग कर इंटरनेट मीडिया पर जारी कर दी। सूचना मिलते ही ग्रामीण जमा हो गए और पुलिस को मौके पर बुलाया। पुलिस ने ताबड़तोड़ प्रकरण दर्ज कर देर रात गोशाला के प्रबंधक अशोक पस्तोर को पकड़ लिया।
गोशाला से 533 गोवंश का रिकार्ड जब्त
रात में ही मुख्यालय से अधिकारी गोशाला पहुंचे और अशोक व चौकीदार लक्ष्मण से पूछताछ की। चौकीदार ने पुलिस को बताया कि गोशाला में उन गायों को लाया जाता है जो बीमार और कमजोर होती हैं और ग्रामीण जंगलों में छोड़ देते हैं। मरने के बाद गायों के शव मैदान में फिंकवा देते हैं। गोशाला से जब्त रिकार्ड के अनुसार वर्तमान में 257 गाय, 143 केड़ियां (बछड़ी), 116 केड़े (बछड़े), 06 नंदी और 11 बैल हैं। गोशाला में बने चिकित्सालय में कई गायें हैं। उसमें पांच गायें गंभीर हैं। एक गाय के पैर में पट्टा भी बंधा हुआ था। पुलिस के अनुसार ट्रस्ट के रामेश्वरलाल असावा (अध्यक्ष), प्रकाशचंद्र सोडानी (मंत्री), पुरुषोत्तमदास पसारी (कोषाध्यक्ष), न्यासीगण लक्ष्मीनारायण कसेर, एमसी रावत, गिरधर गोपाल नागर, गोपालदास मित्तल, हंसराज जैन, देवेंद्र कुमार मुछाल, शंकरलाल अग्रवाल शामिल हैं।
बसई गोशाला कांड के बाद हुई थी जांच
भोपाल के बसई गांव स्थित गोशाला में गायों की मौत के बाद इस गोशाला की भी जांच हुई थी। प्रशासन की टीम ने न्यासियों से बात करने व दौरा करने के बाद रिपोर्ट में गोशाला को व्यवस्थित बताया था।
बीमार गाय छोड़ जाते हैं लोग
गोशाला में हम गोसेवा करते हैं। लोग बीमार गाय छोड़ जाते हैं। उपचार व सेवा के बाद भी कई गायें मर जाती हैं। गाय के मृत शरीर बाहर फिंकवा दिए जाते है-रामेश्वरलाल असावा, अध्यक्ष अहिल्या माता जीवदया मंडल ट्रस्ट, पेडमी