रतलाम / कलेक्टर को ज्ञापन दिए बिना लौटे कांग्रेस के छह विधायक, कहा अंहकार में डूबी है सरकार (देखिए वीडियो)
रतलाम,11 नवंबर(इ खबर टुडे)। खाद की किल्लत और आलोट के कांग्रेस विधायक पर लूट का मामला दर्ज होने के बाद शुक्रवार को कांग्रेस के छह विधायक सहित अन्य नेता कलेक्टर को ज्ञापन देने आए । कलेक्टर के कक्ष से बाहर नही आने के बाद करीब डेढ़ घंटे के हाईवाल्टेज ड्रामें के बाद बिना ज्ञापन दिए लौट गए ।
कांग्रेस के छह विधाायको में प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष एवं राऊ विधायक जीतू पटवारी, झाबुआ विधायक एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, सैलाना विधायक एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष हर्ष विजय गेहलोत, कालीपीपल विधायक कुणाल चौधरी , पेटलावट विधायक वालसिंह मेड़ा, थांदला विधायक वीरसिंह भूरिया शामिल थे।
इसके अलावा किसान नेता जिला पंचायत सदस्य डीपी धाकड़ , राजेश भरावा, विरेन्द्रसिंह सौलंकी सहित कांग्रेस के अनेक नेता मौजूद थे। ज्ञापन देने जब कांग्रेस नेता कलेक्ट्रेट पहुंचे तो एसडीएम ज्ञापन लेने पहुंचे। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कलेक्टर कहां है, हम उनसे समय लेकर आए है। कलेक्टर ज्ञापन नहीं लेने के बाद हाईवाल्टेज ड्रामा करीब डेढ़ घंटे तक चलता रहा।
चौधरी एवं गेहलोत को कलेक्टर ने लौटाया
पहले दो विधायक हर्षविजय गेहलोत एवं कुणाल चौधरी पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष विरेन्द्रसिंह सौलंकी के साथ कलेक्टर के कक्ष में पहुंचे दोनो ने कलेक्टर से बाहर आकर किसानो के सामने ज्ञापन लेने की बात कही। कलेक्टर ने कहा मै सड़क पर बात नही करूंगा। आप सब कक्ष आईए बैठ कर बात करें। इसके बाद दोनो ने बाहर आकर स्थिति से अवगत कराया। बाद में कलेक्टर से मिलने मीडिया की मौजूदगी में सभी छह विधायक पहुंचे। इस दौरान यूरिया सहित अन्य बातो को लेकर कई बार गर्मागर्म बहस हुई। अंत में सभी नेता बिना ज्ञापन दिए ही लौट गए ।
अहंकार में डूबी हुई है सरकार
इसके बाद मीडिया से चर्चा करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि शिवराज सिंह सरकार अंहकार में डूबी हुई है। रावण जैसा अंहकार है जिसको आज सबने देखा है। विधायक को रैंक पीएस एवं सीएस के स्तर का हैं। कलेक्टर ने सभी जनप्रतिनिधियों के साथ आदिवासी विधायको का भी अपमान किया है। घंटो बाहर बैठने के बाद भी कलेक्टर को दो मिनिट बाहर आने की फुर्सत नही है। अब यूरिया के मामले में हर जिले में आंदोलन होगा।
शालीनता से बात की है
कलेक्टर नरेन्द्र सुर्यवंशी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा विधायक जीतू पटवारी ने फोन पर आलोट विधायक के मामले में बात करने के बात कही थी। मै तीन बजे से उनका इंतजार कर रहा था। मैने कहा था संवेदनशील मामला है, आॅफिस में बैठकर बात करते है। मैने उनसे हाथ जोड़कर नमस्कार कर शालीनता से बात की है।