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Shameful Situation : शर्मा के निर्णयों से भाजपा में शर्मनाक स्थिति,प्रदेश अध्यक्ष ने चहेतों को किया उपकृत,बीएल संतोष ने जताई नाराजगी
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भोपाल,05 सितंबर(इ खबर टुडे)। भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई में भाई-भतीजावाद सहित पट्ठावाद का जो खेल चल रहा है, उससे पार्टी के वरिष्ठ नेता भी शरमा गए हैं। शीर्ष नेताओं ने इस बंदरबाट पर तीखी आपत्ति जताई है और उनके गुस्से का सीधा निशाना प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा बन गए हैं। क्योंकि शर्मा पर पार्टी के आईटी तथा सोशल मीडिया सेल में नियुक्ति के जरिये अपने 'निकम्मे' किस्म के चहेतों को प्रमोट करने का आरोप लग रहा है। रीवा जिले में हुई दो नियुक्तियों को लेकर भी विवाद छिड़ गया है। बताया जा रहा है कि भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष ने प्रदेश भाजपा के संगठन मंत्री को फोन कर इस सारे घटनाक्रम पर शीर्ष नेतृत्व की नाराजगी से अवगत करा दिया है। संतोष ने युवा मोर्चा में कई कार्यालय मंत्री सहित संयोजक और सह-संयोजक बनाने की प्रक्रिया पर भी तीखी नाराजगी जताई है। हाल ही में प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने आईटी सेल से प्रभारी शिवराज डाबी को हटा दिया है। इसके पीछे वजह बताई गयी कि सोशल मीडिया पर भाजपा से ज्यादा कांग्रेस के फॉलोवर्स मिले हैं। इसके बाद आईटी सेल में अमन शुक्ला को संयोजक और गौरव विश्वकर्मा को सह-संयोजक बना दिया गया। साथ ही अभिषेक शर्मा को सोशल मीडिया विभाग में संयोजक की जिम्मेदारी दे दी गयी है। इसके साथ ही विवाद शुरू हो गया। यह सामने आया कि जिन लोगों को ये महत्वपूर्ण दायित्व सौंपे गए हैं, वे खुद सोशल मीडिया पर किसी भी तरह से लोकप्रिय नहीं हैं। फैसले से नाराज लोगों ने सोशल मीडिया पर ही शुक्ल, विश्वकर्मा और शर्मा के एकाउंट्स के स्क्रीन शॉट पोस्ट कर दिए। इनसे साफ़ हो गया कि सोशल मीडिया का जिम्मा नाकाबिल हाथों में दे दिया गया है। इन तीन में से केवल शर्मा की स्थिति बेहतर दिखती है, जिनके छह हजार से अधिक फॉलोवर हैं, जबकि शेष दो के फॉलोवर्स की संख्या 300 से भी कम है। जबकि ट्विटर पर शिवराज सिंह डाबी के 30 हजार से अधिक फॉलोवर्स हैं। अमन शुक्ल की इकलौती योग्यता यह कि वह भाजपा प्रदेश कार्यालय में अध्यक्ष वीडी शर्मा के स्टाफ में रह चुके हैं। जबकि अभिषेक शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष का रिश्तेदार बताया जा रहा है। अमन के साथ ही गौरव भी प्रदेश अध्यक्ष के सोशल मीडिया का काम देखने के चलते उनके खास लोगों में गिने जाते हैं। इस बवाल के चलते अब भाजपा के संभाग तथा जिला स्तर पर आईटी सेल तथा सोशल मीडिया में होने वाली नियुक्तियां भी खटाई में पड़ सकती हैं। परिवारवाद का हाल वीडी शर्मा द्वारा की गयी दो और नियुक्तियों पर भी भाजपा में नाराजगी है। शर्मा ने रीवा में जिन राहुल गौतम को भाजपा का उपाध्यक्ष बनाया, वह विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बेटे हैं। इसी तरह रीवा जिले में राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य रामखेलावन पटेल की साली नीलू रावत को संगठन मंत्री बनाया गया है। इस सबकी जानकारी मिलने के बाद बीएल संतोष की नाराजगी के चलते अब इन सभी नियुक्तियों पर तलवार लटक गयी है। भाजपा के नाराज नेताओं का कहना है कि शर्मा के कार्यकाल की ये नियुक्तियां भाजपा के विरोधियों को इस दल पर भाई-भतीजावाद बढ़ाने का आरोप जड़ने का मौक़ा प्रदान करेंगी। शर्मा ने अपनी सासू मां को प्रदेश कार्यसमिति में जगह देने के लिए जबलपुर से पूर्व सांसद जयश्री बेनर्जी के बेटे दीपंकन को बाहर कर दिया था। वे पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा के साले भी हैं। जबकि भाजपा अब तक इस फितरत से (एकाध अपवाद छोड़कर) बची थी और वह इसी दम पर कांग्रेस में व्याप्त परिवारवाद पर निशाना साधती आ रही है। क्या शुक्ला भाजपा के नहीं हैं? इस बीच एक वायरल वीडियो को लेकर भी वीडी शर्मा समस्याओं से घिरते दिख रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष हाल ही में रीवा गए थे। वहां सोनू मुस्लिम नामक स्थानीय भाजपा नेता ने शर्मा का स्वागत किया। सोनू को पूर्व मंत्री तथा वरिष्ठ भाजपा नेता राजेंद्र शुक्ला का ख़ास बताया जाता है। वीडियो में शर्मा सोनू से फूलों का गुच्छा लेते हुए उसे शुक्ला का ख़ास आदमी बता रहे हैं और उससे कह रहे हैं, 'अपन को भाजपा का ख़ास बनना है।' इससे शुक्ला के समर्थकों में नाराजगी है। वह दबी जुबान से सवाल उठा रहे हैं कि क्या उनका नेता भाजपा का नहीं है? ट्विटर पर कौन कितने पानी में नाम- गौरव विश्वकर्मा @vishwagourav07 followers 281 following 92 नाम- अमन शुक्ला @iamanshukla1 followers 108 following 184 नाम अभिषेक शर्मा @sharmaaAbhishek followers 6628 following 268