November 19, 2024

बड़ा रामद्वारा का सात दिवसीय दिव्य देवालय शिखर स्थापना द्वि शताब्दी उत्सव 1 अप्रैल से; संत श्री गोविंदराम शास्त्री करेंगे श्री मदभागवत कथा

रतलाम, 28 मार्च(इ खबरटुडे)। रामस्नेही सम्प्रदाय के श्री बड़ा रामद्वारा पर दिव्य देवालय शिखर स्थापना द्वि शताब्दी उत्सव आगामी 1 अप्रैल से 7 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा । द्वि शताब्दी उत्सव के मौके पर खेड़ापा रामधाम के उत्तराधिकारी संत श्री गोविंदराम जी शास्त्री 1 अप्रैल से श्रीमद् भागवत कथा श्रवण कराएंगे। वहीं बड़ा रामद्वारा जोधपुर के डॉ. संत श्री रामप्रसाद जी नानी बाई रो मायरो 2 अप्रैल से सुनाएंगे। श्री आत्म कल्याण रामविलास ट्रस्ट के बैनर तले होने वाले उत्सव के तहत श्रीकालिका माता मंदिर प्रांगण में दोपहर 12 से 4 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा होगी, वहीं रात्रि 7 से 10 बजे तक नानी बाई रो मायरो का आयोजन होगा।

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श्री दिव्य देवालय शिखर स्थापना द्वि शताब्दी उत्सव में आचार्य श्री श्री 1008 श्री क्षमाराम जी महाराज पीठाधीश्वर रामधाम सींथल बीकानेर, आचार्य श्री श्री 1008 श्री पुरुषोत्तमदास जी महाराज पीठाधीश्वर रामधाम खेड़ापा जोधपुर, श्री श्री 1008 श्री कनीराम जी महाराज पीठाधीश्वर दूधरेज धाम सुरेंद्रनगर गुजरात, श्री श्री 1008 श्री नर्मदानंद जी महाराज नजर निहाल आश्रम ओंकारेश्वर मध्य प्रदेश, परम पूज्य स्वामी श्री अनंतादास जी महाराज उत्तराधिकारी झलूर मठ बरनाला पंजाब, स्वामी श्री देवस्वरूपानंद जी महाराज श्री अखंड ज्ञान आश्रम रतलाम, स्वामी श्री आत्मानंद सरस्वती जी महाराज दंडी स्वामी मठ रतलाम और स्वामी श्री अशोक पुरी जी महाराज छत्रीपुल आश्रम रतलाम का पावन सान्निध्य रहेगा।

सात दिवसीय द्वि शताब्दी उत्सव के तहत श्री मदभागवत कथा और नानी बाई के अतिरक्त भी कई अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। सात दिवसीय धार्मिक महोत्सव का शुभारम्भ 1 अप्रैल को रामधाम खेड़ापा के उत्तराधिकारी संत श्री गोविंदराम शास्त्री की पधरावणी से होगा। संत श्री गोविंदराम जी को एक यात्रा के साथ कलिका माता मंदिर से बड़ा रामद्वारा लाया जाएगा। इस शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तजन माताए बहने शामिल होगी। इसके अतिरिक्त संपूर्ण वाणी पाठ संतो द्वारा 1 से 7 अप्रैल तक किया जाएगा होगा। पुरे सात दिनों तक अखण्ड राम नाम जप संतों एवं भक्तों द्वारा होगा। द्वि शताब्दी स्मृति शिलालेख स्थापना पूजन 7 अप्रैल को सुबह 9:00 बजे आचार्य श्री एवं संत महात्माओं के कर कमलों द्वारा होगा। 7 अप्रैल को ही सुबह 9:30 बजे निज मंदिर देवल पादूका पूजन के बाद महाप्रसाद भोग का आयोजन होगा। सींथल आचार्य श्री अपने आशीर्वचन वेब टेलीकास्ट के माध्यम प्रदान करेंगे। ।

बड़ा रामद्वारा के महंत पुष्पराज रामस्नेही ने बताया कि संवत 1880 में श्री दयालु दास जी महाराज के कर कमलों से शिखर चढ़ाया और ध्वजा फहराई गई। वर्तमान में श्री दिव्य देवालय की शिखर स्थापना के 200 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इस द्वि शताब्दी के उपलक्ष में देवालय जीर्णोद्धार व द्वि शताब्दी के कीर्ति शिलालेख की स्थापना और शिखर पूजन उत्सव होगा।

श्री आत्म कल्याण रामविलास ट्रस्ट, समस्त भक्त जनों ने धर्मालुओं से सात दिवसीय धार्मिक उत्सव में शामिल होकर धर्मलाभ अर्जित करने का आह्वान किया है।

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