Corruption in RES ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री अनूप मिश्रा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप,बिल पास करने के लिए मांगते है रिश्वत,मुख्यमंत्री को शिकायत
रतलाम,25 जून (इ खबरटुडे)। अधिकारी अगर भ्रष्ट हो तो ऐसे भ्रष्ट अधिकारी के कार्यकाल में ठेकेदारी करने से मजदूरी करना ज्यादा अच्छा होता है। यह बात एक ठेकेदार फर्म ने ग्रामीण यांत्रिकी विभाग (आरईएस) कार्यपालन यंत्री अनूप मिश्रा के भ्रष्ट आचरण की शिकायत करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लिखी है। आरईएस के कार्यपालन यंत्री अनूप मिश्रा ठेकेदारों के बिल पास करने के लिए भारी रिश्वत की मांग करते है। हाल ही में एक ठेकेदार फर्म ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को कार्यपालन यंत्री अनूप मिश्रा की एक लिखित शिकायत भेज कर उनके खिलाफ कडी कार्यवाही करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को प्रेषित की गई शिकायत में ठेकेदार फर्म राजराजेश्वरी कंस्ट्रक्शन ने बताया कि उनके द्वारा सैलाना विकासखण्ड में मुख्यमंत्री ग्राम सडक योजना के तहत पैकेज 1725 में खाखरापाडा से भडकिया तक सडक़ निर्माण का कार्य किया गया था। उक्त सडक़ का निर्माण कार्य दो वर्ष पूर्व ही पूरा किया जा चुका है। लेकिन कार्यपालन यंत्री अनूप मिश्रा द्वारा उनका अंतिम बिल तैयार नहीं करवाया जा रहा है। श्री मिश्रा ने ठेकेदार फर्म के करीब 60 लाख रु. का भुगतान रोक रखा है।
शिकायत में कहा गया है कि उक्त सडक़ का निर्माण कार्य फर्म द्वारा 30 अप्रैल 2019 को पूरी कर दिया गया था। ठेके की शर्त के मुताबिक काम पूरा होने पर एडिशनल परफार्मेन्स गारंटी के 9,92,954 रु. का भुगतान भी ठेेकेदार फर्म को 06 मई 2019 को किया जा चुका है। उक्त राशि का भुगतान कर दिए जाने का सीधा सा अर्थ यह है कि फर्म को कार्य पूरा करने का प्रमाण पत्र भी प्राप्त हो गया। कार्य के पूरा होने के बाद रखरखाव की दो वर्ष की अवधि भी 30 अप्रैल 2021 को पूरी हो चुकी है। इसके बावजूद कार्यपालन यंत्री द्वारा अंतिम बिल तैयार नहीं करवाया जा रहा है। ठेकेदार फर्म द्वारा सिक्यूरिटी डिपाजिट की राशि रिलीज करने के लिए भी विभाग को आवेदन दिया गया,लेकिन श्री मिश्रा द्वारा उसका भी कोई निराकरण नहीं किया जा रहा है। राज राजेश्वरी कंस्ट्रक्शन ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनके करीब 60 लाख रु.के भुगतान को श्री मिश्रा द्वारा अंवांछित मांग को पूरा नहीं किए जाने के कारण रोका जा रहा है।
सीएम हेल्पलाइन भी बेअसर
नागरिकों की परेशानियों को दूर करने के लिए बनाई गई सीएम हेल्पलाइन भी इस मामले में बेअसर साबित हुई है। ठेकेदार फर्म ने पूरे मामले की शिकायत सीएम हेल्प लाइन को 9 फरवरी 2021 को दर्ज कराई थी। इस शिकायत की जांच भी एल-4 स्तर पर पंहुच गई,लेकिन फर्म को उसका भुगतान प्राप्त नहीं हुआ।
ठेकेदारी से अच्छी मजदूरी
फर्म ने अपनी शिकायत में मुख्यमंत्री से कहा है कि अनूप मिश्रा जैसे भ्रष्ट अधिकारी के कार्यकाल में ठेकेदारी करने से अच्छा तो मजदूरी करना होता। फर्म ने अपनी शिकायत में लिखा है कि श्री मिश्रा द्वारा फर्म का भुगतान नहीं किए जाने से फर्म की साख गिरती जा रही है। महामारी के दौर में वैसे ही हर तक तरफ आर्थिक तंगी छाई हुई है,ऐसे में सिर्फ रिश्वत की मांग के लिए फर्म की राशि रोक दिए जाने से फर्म के सामने दिवालिया हो जाने जैसे हालात बन गए है।
कडी कार्यवाही की मांग
अपनी शिकायत में राज राजेश्वरी कंस्ट्रक्शन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि महाभ्रष्ट कार्यपालन यंत्री अनूप मिश्रा के विरुद्ध कडी कार्यवाही करते हुए उनके बकाया बिलों का तुरंत भुगतान करवाया जाए। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध कडी कार्यवाही किए जाने सरकार की छबि निखरेगी और भ्रष्ट अधिकारियों पर अंकुश लग सकेगा। शिकायत की प्रतिलिपि कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम को भी दी गई है।