October 11, 2024

Trafic signal : ब्लैक स्पॉट वाले स्थान चिन्हित कर सुरक्षा प्रबंध किए जाएं, वर्षाजनित हेतु दो दिन में बनाएं एक्शन प्लान – कलेक्टर श्री सूर्यवंशी

रतलाम,08जून (इ खबर टुडे)। कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने निर्देश दिए हैं कि जिले में ब्लैक स्पॉट वाले स्थान चिन्हित कर वहां सुरक्षा प्रबंध किए जाएं। इसके साथ ही यातायात नियंत्रण के लिए संकेत को भी व्यवस्थित किया जाएं। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, एडीएम एम.एल. आर्य, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती जमुना भिड़े, नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया, पीडब्ल्यूडी ईई सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने निर्देश दिए कि यातायात सिग्नल को व्यवस्थित किया जाए। इसके साथ ही रोड डिवाइडर भी व्यवस्थित किए जाएं ताकि दुर्घटनाओं पर नियंत्रण हो सके । वर्षा काल को दृष्टिगत रखते हुए मार्ग में अवरोध की स्थिति न बने यह भी सुनिश्चित कर लें। निर्वाचन के दौरान लागू आचरण संहिता को दृष्टिगत रखते हुए कार्य किये जाएं।

कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने कहा कि शहर में सघन क्षेत्रों में दुकानदारों द्वारा आगे बढ़कर पार्किंग क्षेत्र में सामान फैलाया जाता है। दुकानदारों द्वारा अपने दोपहिया, चार पहिया वाहनों को स्थाई रूप से दुकानों के सामने पार्किंग क्षेत्र में लगाया जाता है, इससे आवागमन में परेशानी होती है तथा जाम की स्थिति बनती है। उन्होंने कहा कि एसडीएम संबंधित थाना क्षेत्र प्रभारी के साथ उक्त क्षेत्रों का अवलोकन कर यह सुनिश्चित करें कि इस तरह की अव्यवस्था न हो।

जिला पुलिस अधीक्षक श्री तिवारी ने कहा कि यातायात बाधित न हो इसके लिए सम्मिलित प्रयास किए जाएं। विभिन्न चौराहों पर पुलिस द्वारा चालानी कार्रवाई की जाती है। इसके साथ ही ओवरलोडेड गाड़ियों पर भी निरंतर कार्रवाई की जा रही है।

बैठक में नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया ने बताया कि शहर में यातायात सिग्नल दो बत्ती, सैलाना बस स्टैंड, लोकेंद्र टॉकीज क्षेत्र में लगाए जाने हेतु कार्यवाही जारी है। बैठक में यातायात संकेतक बोर्ड लगाने, मुख्य चौराहों पर हाईमास्ट लाइट लगाने, मुख्य सड़कों पर स्थाई डिवाइडर बनाने, शहर में भारी वाहनों के प्रवेश का समय निर्धारित करने, वाहन के लोडिंग अनलोडिंग स्थान तय करने, नो व्हीकल जोन संबंधी की गई कार्रवाई पर भी चर्चा की गई।

वर्षाजनित आपदा नियंत्रण हेतु दो दिन में एक्शन प्लान बनाएं – श्री सूर्यवंशी
कलेक्टर श्री नरेंद्र सूर्यवंशी में समस्त अनुविभागीय अधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ एवं आपदा नियंत्रण से संबंधित एक्शन प्लान दो दिन में बना कर प्रस्तुत करें । उन्होंने कार्य योजना बनाने में लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि वर्षाकाल समीप है और यह कार्य प्राथमिकता के आधार पर करना प्रत्येक विभागीय अधिकारी का दायित्व है।

बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सभी विभागों का यह दायित्व है कि वह अपनी योजना बनाएं और उसमें यह ध्यान रखें कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों का वास्तविक आंकलन हो। उन्होंने कहा कि एक्शन प्लान बनना चाहिए और इस एक्शन प्लान में प्रत्येक नगरीय क्षेत्र या ग्राम क्षेत्र का भौगोलिक परिचय शामिल हो। इसके साथ ही पिछले वर्षों में वहां वर्षाकाल के दौरान उत्पन्न स्थिति का विवरण हो। वहां पर बहने वाली नदी-नालों की जानकारी हो। एक्शन प्लान में यह भी बताया जाए कि जल प्रभावित क्षेत्रों में कौन-कौन से नदी -नालों में जलभराव होता है। यदि बड़े बांधों वाले क्षेत्र हों तो जल भराव क्षमता की जानकारी दें। क्षेत्र की जानकारी भी दी जाए कि वहां कितने लोग निवासरत है और अधिक वर्षा की स्थिति में उन्हें कहां स्थानांतरित किया जा सकता है ।

कलेक्टर ने कहा कि हर विभाग के इस एक्शन प्लान की जानकारी सभी संबंधित विभागों को होना चाहिए। विभागीय अधिकारी अपना एक्शन प्लान समस्त एसडीएम से साझा करें। अपना कम्युनिकेशन सिस्टम मजबूत बनाएं। अन्य विभागों से समन्वय बनाए रखें। इसके साथ ही जिला स्तर और विकासखंड स्तर पर भी निरंतर संपर्क बनाते हुए अपनी प्रचार प्रसार प्रणाली को मज़बूत करें ।

कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं का भंडारण भी क्षेत्रों में सुनिश्चित करें। उचित मूल्य की दुकानों पर तीन महीने का सामान स्टोरेज किया जाए। निकायों द्वारा आश्रय स्थल पर भी इसी प्रकार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं उप स्वास्थ्य केंद्र पर उपलब्ध संसाधन की स्थिति सुनिश्चित करें। आवश्यक दवाइयों का भंडारण रखें। अपने अमले की ड्यूटी भी लगाना सुनिश्चित करें। इस कार्य में किसी तरह की कोताही न बरतें। उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देशित किया कि क्षेत्र में पशुओं के चारे की व्यवस्था और उनके उपचार की व्यवस्था वर्षा काल के दौरान जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने क्षेत्रों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की बात कही।

कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने कहा कि वर्षाकाल के दौरान पेयजल की काफी परेशानी होती है। उसमें कई तरह की अशुद्धियां रहती है। ऐसे में शुद्ध पेयजल लोगों को उपलब्ध हो इसके लिए क्लोरीन, ब्लीचिंग पाउडर आदि भी पर्याप्त मात्रा में रखें। सफाई और पेयजल के लिए अपने कर्मचारियों की ड्यूटी लगाना सुनिश्चित करें। वर्षा जनित उत्पन्न स्थितियों के मुकाबले के लिए अन्य उपकरण भी तैयार रखें। तैराकों एवं गोताखोरों की सूची रखें। उन्होंने होमगार्ड कमांडेंट को निर्देश दिए कि वह अपने समस्त आपदा उपकरण व्यवस्थित कर आपदा वाले क्षेत्रों के लिए प्लान बनाएं। उन्होंने कहा कि कार्रवाई इस तरह के होना चाहिए कि वह निर्देशात्मक न हो बल्कि उसे धरातल पर भी इंप्लीमेंट किया जाए।

जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में बाढ़, अतिवृष्टि की आशंका है उनका पूर्व निरीक्षण किया जाए। पुलिस थानावार टीम का सत्यापन कर ले। आपदा नियंत्रण टीम की सूची भी सम्बन्धित थाना प्रभारी को उपलब्ध करवा दी जाए।

बैठक में रतलाम एसडीएम संजीव केशव पांडेय, रतलाम ग्रामीण एसडीएम सुश्री कृतिका भीमावद, वीसी के माध्यम से जुड़े एसडीएम जावरा हिमांशु प्रजापति, आलोट सुश्री मनीषा वास्कले, सैलाना मनीष जैन ने अपने अनुभाग क्षेत्र में आपदा नियंत्रण से संबंधित की गई तैयारियों की जानकारी दी। बैठक में लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग द्वारा बनाई गई कार्य योजना से अवगत कराया।

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