SC/ST एक्ट के खिलाफ बंद के दौरान खूनी हिंसा में तीन की मौत, कई स्थानों पर कर्फ्यू
भोपाल/भिंड/मुरैना,02अप्रैल(इ खबरटुडे)। एससी/एसटी एक्ट में बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत बंद के दौरान प्रदेश के कई शहरों में हिंसा खूनी हो गई है। ग्वालियर में थाटीपुर इलाके में दो युवकों की मौत की खबरें आ रही हैं। इसके साथ ही चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही मुरैना में हिंसक झड़पों में एक युवक की मौत हो गई है। पुलिस और एससी-एसटी समुदाय के लोगों के बीच हुई फायरिंग के दौरान युवक को गोली लगी।इसके साथ ही ग्वालियर, भिंड और मुरैना में हिंसा के दौरान दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इन जिलों में बंद के दौरान जमकर पथराव और तोड़फोड़ की गई। ट्रेनों को रोका गया और नेशनल हाइवे जाम कर दिए गए। भिंड में नेशनल हाइवे जाम कर वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए, मुरैना में रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखकर ट्रेनों को रोक दिया गया है। पुलिस को कुछ जगहों पर उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए, लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और यहां तक की हवाई फायरिंग करनी पड़ी है। हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने ग्वालियर और भिंड में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। इसके साथ भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई है, जिसमें मुख्य सचिव औ डीजीपी भी शामिल हो रहे हैं।
सीएम शिवराज ने ट्वीट कर शांति की अपील की
सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट कर लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने लिखा, “भारत सरकार द्वारा आज सप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन फ़ाइल कर दी गयी है। जनता से अनुरोध है कि वो कृपया शान्ति बनाए रखें। हमारी सरकार अनुसूचित जाती और अनुसूचित जनजाति के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।”
1)भोपाल में बोर्ड आफिस चौराहे पर आधे घंटे से जाम
भारत बंद का असर प्रदेश के कई जिलों के बाद भोपाल में भी देखने को मिल रहा है। यहां पर 11 बजे के बाद दलित संगठनों ने बोर्ड ऑफिस चौराहे पर जाम लगा दिया। बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति के आसपास हजारों की संख्या में भीम सेना और दलित संगठनों के लोग एकत्र हो गए और नारेबाजी की। उन्होंने एमपीनगर में खुली दुकानों को जबरन बंद कराने की कोशिश की। इसके साथ पुराने शहर में भी दलित संगठनों ने रैलियां निकाली हैं। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद है।
2) ग्वालियर के चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू
मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में भारत बंद के दौरान भारी हिंसा के बाद मुरार, थाटीपुर, गोला का मंदिर आदि क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। राज्य के ग्वालियर शहर में बंद के समर्थन में सोमवार सुबह से ही हजारों लोग लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर आए। इस दौरान गोला का मंदिर इलाके में प्रदर्शन हिंसक हो उठा। यहां कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। कई दुकानों और पेट्रोल पंप में भी तोड़फोड़ की गई। हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि मौके पर पहुंचे पुलिस बल पर भी उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। यहां पर बीएसएफ और एसएएफ बुलाई गई है।
3) मुरैना में रेलवे स्टेशन पर उपद्रव
मुरैना में हुई हिंसक झड़पों में किशनपुर के सरपंच बलदाऊ पाठक के बेटे बेटू पाठक की मौत हो गई है। राहुल पीजी कॉलेज मुरैना में छात्रनेता है और वह सवर्णों के साथ मिलकर प्रदर्शनकारियों की हिंसा को काबू करने में मदद कर रहा था। उसी समय हुई फायरिंग में उसे एक गोली लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मुरैना में सुबह से ही बंद समर्थकों ने बस स्टैंड, बैरियर चौराहे पर पथराव और हिंसा की है। इस दौरान कई वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। प्रदर्शन के दौरान एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को बल प्रयोग के साथ आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने किसी तरह प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा तो मुरैना रेलवे स्टेशन पर उपद्रव शुरू हो गया। बंद समर्थकों ने यहां पटरियों पर डेरा जमा लिया, जिसके बाद ट्रेनों की आवाजाही थम गई है।
4) भिंड में आपस में भिड़े भीम सेना और बजरंग दल के कार्यकर्ता
भिंड में भी बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। यहां भीम सेना और बजरंग दल के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। दोनों दलों के समर्थकों के बीच जमकर पथराव हुआ। उग्र होते प्रदर्शन को काबू में करने के लिए पुलिस को गोलियां दागनी पड़ीं, इससे पांच लोगों के घायल होने की सूचना है। मुरैना की तरह भिंड में भी बंद समर्थकों ने नेशनल हाइवे जाम कर दिया। वहां पर गाडियों को रोक कर उसके शीशे तोड़े गए। हिंसा रोकने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की है। मालनपुर में हाइवे जाम कर दिया है, जिसके बाद दोनों और सैकड़ों वाहन फंस गए है। साढ़े तीन घंटे से वहां पर जाम लगा हुआ है।
5)भोपाल आ रही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में तोड़फोड़
मुरैना में दो घंटे से रोकी गई छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को जैसे ही भोपाल के लिए रवाना करने की कोशिश की गई, भीम सेना के लोग इंजन पर चढ़ गए और उसमें तोड़फोड़ कर दी। इसके बाद ट्रेन को रोक दिया गया। यात्रियों में दहशत है और उन्होंने खिड़की दरवाजे बंद कर लिए हैं। हालांकि पुलिस मौके पर मौजूद है, लेकिन दलित संगठनों को रोकने में असफल रही है। इसके साथ ही शताब्दी एक्सप्रेस को आगरा और ग्वालियर के बीच रोक दिया गया है। कई ट्रेनों को मुरैना और ग्वालियर आने से पहले ही रोका गया है।
6) क्या है सुप्रीम कोर्ट फैसला
एससी-एसटी एक्ट में बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया था। फैसले में कहा गया था कि :-
– आरोपों पर तुरंत गिरफ्तारी नहीं की जाएगी।
– पहले आरोपों की जांच जरूरी।
– जांच करने के बाद ही केस दर्ज होगा।
– DSP स्तर के अधिकारी करेंगे आरोपों की जांच।
– गिरफ्तारी से पहले जमानत संभव।
– अग्रिम जमानत भी मिल सकेगी।
– सीनियर अफसर की इजाज़त के बाद ही सरकारी अधिकारियों की गिरफ्तारी होगी।