रूस का बड़ा बयान, भारत हो सकता है अत्याधुनिक S-500 डिफेंस सिस्टम का पहला खरीदार
मास्को,13 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। रूस के उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव ने कहा है कि भारत रूस के अत्याधुनिक S-500 ‘प्रोमोतेई’ एयर डिफेंस सिस्टम का पहला विदेशी खरीददार हो सकता है। रूस के डेप्युटी पीएम का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत को रूसी एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम मिलने शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर भारत इसे खरीदना चाहता है तो वह पहला विदेशी खरीदार हो सकता है।
यूरी ने आरबीसी टीवी चैनल से बातचीत में कहा, ‘बिना किसी संदेह के एक बार हम इस सिस्टम को अपने सैनिकों को सौंप दें तो अगर भारत इस अत्याधुनिक सिस्टम को खरीदने की इच्छा जताता है तो वह इस सूची में सबसे पहला देश होगा’ यूरी से यह सवाल किया गया था कि क्या भारत एस-500 को खरीदने वाला पहला देश होगा। रूसी मंत्री ने सिप्री की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि रूसी हथियारों की वैश्विक बिक्री में गिरावट आई है।
रूस के पास 50 अरब डॉलर के लंबी अवधि के ठेके
रूसी उप प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस संदर्भ में मैं निष्कर्षों से सहमत नहीं हूं क्योंकि उन्होंने कई चीजों को शामिल नहीं किया है जिन्हें मैं जानता हूं। दूसरी बात हमारा आंकड़ा यह बताता है कि 50 अरब डॉलर के लंबी अवधि के ठेके हुए हैं जबकि हमारा निर्यात आंकड़ा हर साल 13 से 15 अरब डॉलर है। हमारे प्रमुख खरीदारों ने लंबी अवधि का समझौता कर रखा है।’ उन्होंने कहा कि रूस हवाई सुरक्षा के लिहाज से कई जरूरी हथियारों को बनाता है।
इससे पहले रशियन फेडरल सर्विस फॉर मिलिट्री-टेक्निकल को ऑपरेशन के डायरेक्टर दमित्री शुगेव ने कहा कि रूसी सशस्त्र बलों के पास इस अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम की पर्याप्त उपलब्धता हो जाने पर इस इसे अन्य देशों को निर्यात किया जा सकता है। एस-500 मिसाइल सिस्टम दुनिया की सबसे आधुनिक और ताकतवर एंटी एयर डिफेंस सिस्टम है। यह न केवल स्टील्थ टॉरगेट को डिटेक्ट कर सकता है, बल्कि अंतरिक्ष में मौजूद सैटेलाइट्स तक को मार गिराने में सक्षम है। भारत इसी मिसाइल सिस्टम की पिछली पीढ़ी के हथियार एस-400 को रूस से खरीद रहा है।
दुनिया का सबसे ज्यादा अडवांस माने जाने वाला सिस्टम
S-500 मिसाइल सिस्टम को रूसी हथियार कंपनी अल्माज-एनेटी कॉर्पोरेशन ने बनाया है। यह वही कंपनी है, जिसने इसके पहले S-300 और S-400 का उत्पादन किया है। दुनिया के सबसे ज्यादा अडवांस माने जाने वाले इस सिस्टम को जल्द ही रूसी सेना में तैनात किया जाएगा। रूस का दावा है कि इस सिस्टम के अत्याधुनिक रडार से दुश्मनों के स्टील्थ लड़ाकू विमान भी बच नहीं पाएंगे। S-500 डिफेंस सिस्टम को प्रोमटी भी कहा जाता है।