December 23, 2024

महाकाल /नई व्यवस्था लागू , जुलाई माह की भस्म आरती के लिए 9153 श्रद्धालुओं की रिक्वेस्ट स्वीकृत , श्रद्धालु भस्म आरती पहले से कर सकेंगे प्लान

ujjain

उज्जैन,01 जून (इ खबर टुडे)। श्री महाकालेश्वर मंदिर में सुप्रसिद्ध भस्म आरती की बुकिंग व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी, सुगम और सुचारू बनाने के लिए नई व्यवस्था 1 जून से लागू कर दी गई है। जिसमें पहले आओ पहले पाओ के आधार पर श्री महाकालेश्वर मंदिर की वेबसाइट पर 1 जुलाई से 31 जुलाई तक के लिए 9153 श्रद्धालुओं की भस्म आरती की रिक्वेस्ट स्वीकृत की गई हैं। साथ ही अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह की बुकिंग भी ओपन रहेगी।

नई व्यवस्था के तहत अब श्रद्धालु पहले से ही अपनी भस्म आरती प्लान कर सकेंगे। जिसमें हर माह की एक तारीख को अगले माह की भस्म आरती की बुकिंग जारी कर दी जाएगी। जैसे कि 1 जून को अगले जुलाई माह की बुकिंग जारी की गई है। साथ ही उसके आगमी 3 माह के लिए भस्म आरती की बुकिंग ओपन रहेगी।

श्रद्धालुओं को अपनी भस्म आरती बुकिंग की जानकारी उनके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर भेजी जायेगी। श्रद्धालुओं को 24 घंटे के अंदर निर्धारित शुल्क जमा कर अपने पास जनरेट करने होंगे। 24 घंटे के अंदर पास नहीं जनरेट करने पर श्रद्धालु की रिक्वेस्ट कैंसल कर दी जाएगी और वेटिंग लिस्ट की मैरिट के आधार पर श्रद्धालु की रिक्वेस्ट स्वीकार की जाएगी।

श्रद्धालु अपनी भस्म आरती की बुकिंग के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर की वेबसाइट www.shrimahakaleshwar.com पर जाकर भस्म आरती के एडवांस बुकिंग के ऑप्शन पर क्लिक कर अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह के लिए अपनी भस्म आरती बुक कर सकते हैं।

भस्म आरती की बुकिंग की पुरानी व्यवस्था जिसमें 15 दिन पहले भस्म आरती बुक की जाती थी। इसे 15 जून तक पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि पहले पोर्टल खोलते ही 10 से 15 मिनट के अंतराल में भस्म आरती बुकिंग फूल हो जाती थी। जिससे श्रद्धालुओं को काफी असुविधा होती थी। नई व्यवस्था के तहत श्रद्धालु अब अपनी भस्म आरती प्लान कर सकेंगे।

भस्म आरती बुकिंग के लिए पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी। भस्म आरती बुकिंग के लिए प्राप्त रिक्वेस्ट की मॉनिटरिंग होगी। आधार नंबर/मोबाइल नंबर की जांच कर देखा जाएगा कि संबंधित द्वारा भस्म आरती बुकिंग का दुरुपयोग न हों।

मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष एवं कलेक्टर के निर्देशानुसार नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। इससे श्रद्धालूओं को भस्मार्ती प्लान करने में सहुलियत होगी।
-मूलचंद जूनवाल,सहायक प्रशासक,मंदिर प्रबंध समिति,उज्जैन

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