Republic Day 2021/राजपथ पर दिखी भारत की शक्ति, आकर्षण का केंद्र रही ये झांकियां
नई दिल्ली,26 जनवरी (इ खबरटुडे) देश पूरे उमंग और उत्साह के साथ आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।इस अवसर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचकर देश के लिए बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी राजपथ पर पहुंच चुके हैं और राष्ट्रपति को यहां 21 तोपों की सलामी दी गई।
इसी के साथ गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम उत्साह के साथ शुरू हो चुका है। अब से कुछ देर बाद गणतंत्र दिवस परेड में आज देश की सैन्य ताकत के साथ ही सांस्कृतिक विरासत की झलक भी राजपथ पर देखने को मिलेगी। परेड के दौरान पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन देखने मिला। वहीं टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमानों समेत अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया।
रक्षा मंत्रालय मुताबिक गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियां हिस्सा लिया। वहीं रक्षा मंत्रालय की 6 झांकियों अन्य केंद्रीय मंत्रालयों और अर्द्धसैनिक बलों की 9 झांकियों समेत 32 झांकियों में देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, आर्थिक उन्नति और सैन्य ताकत की आन-बान-शान नजर आई। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक परेड के दौरान स्कूली छात्र लोक नृत्य पेश किया। इस दौरान ओडिशा में कालाहांडी के मनमोहक लोक नृत्य बजासल, फिट इंडिया मूवमेंट और आत्मनिर्भर भारत के अभियान झलक भी परेड के दौरान देखने को मिली।
बांग्लादेशी सैन्य बल भी राजपथ पर करेगा कदम ताल
रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि बांग्लादेश सैन्य बल की 122 सदस्यीय टुकड़ी भी मंगलवार को राजपथ पर कदमताल की। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि बांग्लादेश की टुकड़ी, बांग्लादेश के मुक्ति योद्धाओं की विरासत को आगे बढ़ाएगी, जिन्होंने स्थानीय लोगों पर दमन और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई थी और बांग्लादेश को 1971 में पाकिस्तान से आजादी दिलाई थी। भारत 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर जीत के उपलक्ष्य में स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है। इसी युद्ध के बाद ही बांग्लादेश का एक अलग देश के रूप में निर्माण हुआ था।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि परेड में मुख्य जंगी टैंक टी-90 भीष्म, इनफैन्ट्री कॉम्बैट वाहन बीएमपी-दो सरथ, ब्रह्मोस मिसाइल की मोबाइल प्रक्षेपण प्रणाली, रॉकेट सिस्टम पिनाका, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली समविजय समेत अन्य का दमखम प्रदर्शित किया।
परेड में इस साल नौसेना अपने पोत INS विक्रांत और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान नौसैन्य अभियान की झांकी पेश की। साथ ही एयरफोर्स हल्के लड़ाकू विमान तेजस और देश में विकसित टैंक रोधी निर्देश मिसाइल ध्रुवास्त्र पर प्रस्तुति पेश करेगी। इस बार गुजरात, असम, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, केरल, आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली और लद्दाख की झांकियां शामिल की गई।