300 प्रतियोगियों की शतरंज स्पर्धा जीती रतलाम के शिक्षक विनोद जोशी ने
रतलाम,09 जनवरी (इ खबरटुडे)। पैदल सिपाहियों और हाथी घोड़ा तथा वजीर के साथ राजा अपने खेल को खेलता है सामने वाले को मात देने के लिए। भरसक कोशिश करके शह और मात का खेल खेलता है जिसे शतरंज कहते हैं। इसीलिए शतरंज के खिलाड़ियों ने कहा है कि शतरंज की चाल और समय की चाल को कोई समझ नहीं पाया। जिसने इस बात को अच्छी तरह समझ लिया उसने विजय प्राप्त करके सफलता के नए सोपान लिखे हैं।
शतरंज के क्षेत्र में अपनी चालो से प्रतिद्वंदी को मात देने वाले रतलाम के शासकीय एकीकृत माध्यमिक विद्यालय केल्दा संकुल कन्या शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शिवगढ़ में पदस्थ शिक्षक विनोद कुमार जोशी ने यूनिट क्लब इंदौर द्वारा आयोजित इंटरनेशनल इंटरनेशनल ओपन फी डे रेटिंग रेपीड चेस टूर्नामेंट के आयोजन में भाग लिया। श्री जोशी ने देश भर के 300 से अधिक प्रतियोगीयों की इस स्पर्धा में 5000 की नगद राशि जीतकर रतलाम के नाम को गौरवान्वित किया।
श्री जोशी की सफलता पर मनीष जोशी , शेख शाह आलम , बाबूलाल परिहार अतुल रांका , जीवन सिंह चौहान , महेश जैसवार , नरेंद्र दोहरे , दिनेश मेहरा , विक्रम सिंह राठौर , अभिषेक शर्मा , कैलाश नाथ शर्मा , फिरोज भाई ,गौतम पथरोड , प्रकाश वर्मा , यश राठौड़ , अनिल कसेरा ने हर्ष व्यक्त करते हुएउन के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि , शतरंज खेल जितना दिमाग बुद्धि को मजबूत करता है ,शायद ही यह किसी अन्य खेल में देखने को मिलता है ।