Export Policy : विदेशो तक जाएगा रतलामी नमकीन, नमकीन निर्माताओं को ब्रांडिंग तथा निर्यात के लिए देंगे पूरी जानकारी
रतलाम ,13 अगस्त (इ खबरटुडे)। राज्य शासन द्वारा एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत रतलामी नमकीन तथा लहसुन का चयन किया गया है। नमकीन तथा लहसुन उत्पादकों, निर्माताओं को वृहद् स्तर पर लाभ दिलाने एवं जिले में नमकीन एवं लहसुन प्रसंस्करण उद्योग इकाइयों के विकास एवं विस्तार के लिए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा विशेष योजना तैयार की जा रही है। शुक्रवार को कलेक्टोरेट में आयोजित जिला निर्यात संवर्धन समिति की बैठक में योजना की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर वर्चुअल रुप से डायरेक्टर जनरल आफ एक्सपोर्ट एस.के. बंसल, सीनियर ट्रेड एडवाइजर सुश्री अंकिता पांडे, जूनियर ट्रेड एडवाइजर सुश्री साधना चौधरी जुड़े थे। इनके अलावा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जीएमडीआईसी मुकेश शर्मा, उपसंचालक उद्यानिकी पी.एस. कनेल, नमकीन क्लस्टर करमदी के अध्यक्ष आशीष पालीवाल, मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज रतलाम संभाग के वरुण पोरवाल, संभागीय उद्योग संघ के अध्यक्ष संदीप व्यास के अलावा लहसुन उत्पादक तथा नमकीन उद्योग परिसंघ से जुड़े व्यक्ति उपस्थित थे।
बैठक में रतलाम जिले एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत चयनित उत्पाद रतलामी नमकीन तथा लहसुन से संबंधित उद्योगों के विकास और निर्यात संभावनाओं पर विशेष चर्चा की गई। बैठक से वर्चुअली जुडे एस.के. बंसल तथा रविकांत तिवारी द्वारा निर्यात से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि स्थानीय नमकीन व्यवसायियों को उन्नति के लिए आधुनिकीकरण तथा स्केल पर विशेष रुप से ध्यान देना होगा। हमारा प्रयास है कि जिले में बड़े ब्राण्ड, बडे प्लेयर भी आएं जिससे स्थानीय उद्यमी प्रेरित हो सकेंगे। कल्ोक्टर ने कहा कि नमकीन उत्पादों की ब्रांडिंग ई-प्ल्ोटफार्म पर करने के पुरजोर प्रयास किए जाएंगे। नमकीन उत्पादों को निर्यात के लिए किस प्रकार तैयार करें, किस तरह बेहत पैकेजिंग हो आदि जानकारी के लिए स्थानीय उद्यमियों को इंदौर भेजा जाएगा।लहसुन पर आधारित प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए भी विशेष योजना तैयार की जा रही है। ब्रांडिंग तथा निर्यात के सम्बन्ध में शीघ्र ही विशेषज्ञों की एक कार्यशाला रतलाम में आयोजित की जाएगी जिसका लाभ स्थानीय उद्यमियों को मिलेगा।
नमकीन क्लस्टर के आशीष पालीवाल कहा कि नमकीन क्लस्टर में सम्मिलित व्यवसायियों को आधुनिक संयंत्रों एवं एक्सपोर्ट के सम्बन्ध में जानकारी देना आवश्यक है ताकि वे सही दिशा में आगे बढ़ सके। वरुण पोरवाल ने भी उद्योगों के विकास के संबंध में अपनी बात कही।