राजस्व महा अभियान में रतलाम जिला टॉप टेन में स्थान अर्जित करें, संभाग आयुक्त श्री गुप्ता ने समीक्षा के दौरान दिए निर्देश
रतलाम,19 नवंबर(इ खबर टुडे)। राजस्व महा अभियान 3.0 शासन का महत्वपूर्ण अभियान है इसके सफल क्रियान्वयन के साथ रतलाम जिला प्रदेश में टॉप टेन में स्थान अर्जित करें। यह निर्देश उज्जैन संभाग आयुक्त संजय गुप्ता ने रतलाम कलेक्टर सभाकक्ष में अभियान की समीक्षा करते हुए दिए। बैठक में कलेक्टर राजेश बाथम, सीईओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, उपायुक्त रंजीत कुमार, सुश्री गरिमा सिसोदिया, जिले के एसडीएम, तहसीलदार आदि उपस्थित थे।
संभाग आयुक्त ने समीक्षा के दौरान पिपलोदा तहसीलदार का काम सबसे अच्छा पाया। उन्होंने नामांतरण, सीमांकन आदि की समीक्षा की, नामांतरण का निराकरण बढ़ाने के निर्देश दिए। ताल तहसीलदार का निराकरण कम पाया गया, एसडीएम आलोट को मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया गया, लक्ष्य के अनुसार उपलब्धि हेतु ताकीद की। निराकरण के साथ ही पोर्टल पर संख्या तत्काल अपलोड करने के लिए निर्देशित किया। रतलाम शहर तहसील का निराकरण भी अच्छा पाया गया। बटवारा तथा अभिलेख दुरुस्ती की भी समीक्षा की। अभिलेख दुरुस्ती में जावरा का काम अच्छा पाया गया। सीमांकन में रतलाम ग्रामीण बेहतर पाया गया परंतु रावटी, जावरा का कार्य ठीक नहीं था। अभियान के अंतर्गत परंपरागत रास्तों को चिन्हित करने के कार्य की भी समीक्षा की गई। सभी एसडीएम को प्रतिदिन मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया गया। नक्षो के बटांकन की भी समीक्षा की गई। एसडीएम को सतत मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया गया।
संभाग आयुक्त ने निर्देश दिए कि आधार से आरओआर खसरा लिंक के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में डोडी पिटवाई जाकर ग्रामीणों को बताया जाए कि योजनाओं का लाभ लेने के लिए अपने खसरे को आधार से लिंक करवाएं। इस में सरपंच, पटवारी, पंचायत सचिव संयुक्त रूप से कार्य करें। फार्मर रजिस्ट्री, पीएम किसान सैचुरेशन की भी जानकारी ली गई। स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए संभाग आयुक्त ने कम से कम 85 प्रतिशत उपलब्धि आज की स्थिति में अर्जित करने के निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान विवादित नामांतरण में रतलाम ग्रामीण की स्थिति कमजोर पाई गई। विवादित नामांतरण निपटारे में 94 प्रतिशत कार्य किया गया जिसकी संभाग आयुक्त द्वारा सराहना की गई। पिपलोदा तहसीलदार का कार्य भी अच्छा पाया गया। अविवादित बटवारा में सैलाना तथा रावटी ने अच्छा कार्य किया। पिपलोदा भी बेहतर पाया गया परंतु विवादित बटवारों के निराकरण में जावरा तहसील में कुछ भी कार्य नहीं हुआ। अभिलेख दुरुस्ती में भी जावरा तहसील में अधिकतर पेंडेंसी पाई गई। एसडीएम जावरा को ध्यान देने के लिए निर्देशित किया गया।