Ratlam/ऑस्ट्रेलिया में विवाह और चार भाषाओ को बोलने वाली मनोरोगी महिला को परिजनों के साथ सकुशल बड़ौदा रवाना किया
परिजनों ने हृदय से प्रशासन, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन को आभार व्यक्त किया
रतलाम,19 दिसम्बर(इ खबर टुडे)।चार भाषा की जानकार महिला आधी रात को घर से निकल गई। बार-बार मुझे अमेरिका जाना है फ्लाइट कितने बजे आएगी। कह रही थी। न ही अपने पिता के नंबर बता रही थी।मामला एसपी गौरव तिवारी के पास पहुंचने पर एसपी ने तुंरत महिला के मनोरोगी होने की पुष्टि कर दी।
बातो बातो में महिला से उसके परिजनों के नंबर हासिल किए और पिता से बात की। परिजनों के आने के बाद सकुशल महिला को बड़ौदा भेजा गया।काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव एवं जिला रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी नेजानकारी देते हुए बताया कि कल सुबह 10 बजे महिला थाना अधिकारी पिंकी आकाश का फोन आया और बोला काकानी जी एसपी साहब ने एक महिला जो मनोरोगी लग रही है, उसे आपको देखना है। मैंने उन्हें जिला चिकित्सालय अस्पताल पुलिस चौकी पर लाने का कहां।
जिसके बाद महिला के अस्पताल पुलिस चौकी पहुंचने के पश्चात चौकी प्रभारी अशोक शर्मा के साथ मिलकर उससे जानकारी जुटाना शुरू की। परंतु वह हर बात में मुझे निर्देश मिला है, अमेरिका जाना है फ्लाइट कितने बजे आएगी। उससे पासपोर्ट के बारे में पूछा, आधार कार्ड के बारे में पूछा परंतु कोई भी पहचान पत्र उसके पास नहीं था।
परिवार के बारे में जानकारी पूछते तो वह बोलती बताने का मना किया है। ऐसे में उसका आत्मविश्वास जीतने के लिए मैन बेटे सौरभ काकानी को फोन लगाया और उससे इंदौर से अमेरिका की फ्लाइट कितने बजे है कितने घंटे लगते हैं, आदि जानकारी हांसिल की, जिससे उसको विश्वास हो गया कि यह मुझे अमेरिका भिजवाएंगे।
पासपोर्ट के बहाने दिया पिता का मोबाइल नंबर
श्री काकानी ने उससे कहा कि फ्लाइट में व्यवस्था हो गई है परंतु तुम्हारा पासपोर्ट नहीं है। वहां मैं कैसे तुम्हें बिठा पाऊंगा तुम चाहो तो घर वालों से मेरे व्हाट्सएप पर बुलवा लो। यह तरीका काम कर गया । उसने मेरे मोबाइल से पिताजी को फोन लगाया और हमारा काम हो गया मैंने उससे कहा लाओ पिताजी से मेरी बात करा दीजिए। उनको कहां बुलवाना है। बता देता हूं। वह तुम्हें विमान में छोड़ने आ जाएंगे।
आधी रात को निकल गई थी घर से आरती
पिता को चर्चा में बताया यह सुबह रतलाम रेलवे स्टेशन उतर कर पैदल जा रही थी तो पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने आरती को भागते हुए महिला पुलिस अधिकारी के माध्यम से जिला चिकित्सालय में भिजवा दिया है। उनसे जानकारी प्राप्त हुई की आरती पिता हेमंत सोनी उम्र 36 वर्ष निवासी माजलपूरा, बड़ौदा गुजरात रात्रि 3 बजे घर से निकल गई। हम सोए रह गए और पता ही नहीं चला।
तीन बार निकल चुकी है आरती घर से
5 से 6 वर्ष पूर्व मनोरोग लग जाने के कारण दो-तीन बार यह पूर्व में भी घर से निकल चुकी है। आप इसे जाने मत देना हम तत्काल गाड़ी कर रतलाम पहुंच रहे हैं। रात्रि में पिता हेमंत सोनी पत्नी कल्पना सोनी को लेकर रतलाम पहुंचे। पिता हेमंत भाई ने बताया कि आरती की शादी ऑस्ट्रेलिया निवासी जय किशोर से हुई परंतु मनोरोगी होने के कारण उसे भारत वापस भेज दिया। तब से इसकी हालत में सुधार के लिए अनेक डॉक्टरों को दिखा रखा है और अभी भी इलाज जारी है।
आश्चर्यचकित थे कि ऐसे भी होते हैं मनोरोगी
आरती ने बीकॉम कर रखा है। उसे हिंदी, गुजराती, मराठी एवं अंग्रेजी भाषा का ज्ञान है। उसका अनुभव दिन में बातचीत करने पर हर भाषा में उसने उत्तर दिया। इतनी अधिक उच्च शिक्षित एवं ज्ञानी होने के बाद भी उसके मनोरोगी होने पर सभी कोई आश्चर्यचकित थे।
परिजनों ने व्यक्ति के हृदय से आभार
माता पिता के साथ आरती को रतलाम का स्वादिष्ट भोजन करवाकर सकुशल बड़ौदा के लिए रवाना किया। सुबह उनका फोन आया रतलाम के गौरव तिवारी, गोविंद काकानी, पुलिस प्रशासन, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन, अस्पताल प्रशासन आदि का हृदय से धन्यवाद व्यक्त किया।