November 19, 2024

फ्लॉप शो साबित हुई राहुल गाँधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा; गाडियों की लम्बी कतार,लोग नदारद,31 मिनट में रवाना हो गए राहूल गांधी

रतलाम,6 मार्च (इ खबरटुडे)। कांग्रेस नेता राहूल गांधी की भारत जोडो न्याय यात्रा पूरी तरह फ्लाप शो साबित हुई। यात्रा में गाडियों का लम्बा काफिला था,लेकिन राहूल की नुक्कड सभा सुनने आए लोगों की संख्या बेहद कम थी। राहूल गांधी फौवारा चौक पर शाम सवा पांच बजे पंहुचे और 5.25 पर नुक्कड सभा को सम्बोधित कर 5.36 पर वहां से रवाना भी हो गए। राहूल गांधी के स्वागत के लिए कांग्रेस ने जिले भर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लाने की कोशिशें की थी। प्रशासन ने भी जिले के अन्य स्थानों से आने वाले वाहनों के लिए अलग अलग स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्थाएं की थी। लेकिन सभी पार्किंग स्थल खाली पडे हुए थे।

फौवारा चौक पर हजार डेढ हजार लोग राहूल गांधी का इंतजार कर रहे थे। झाबुआ से लोकनृत्य करने वाले कलाकारों का दल भी लाया गया था,जो डेढ दो घण्टे तक फौवारा चौक पर नृत्य करता रहा। राहूल गांधी का काफिला ठीक सवा पांच बजे फौवारा चौक पर पंहुचा। राहूल गांधी एक खुली जीप में सवार थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया भी उनके साथ जीप में मौजूद थे। राहूल के फौवारा चौक पंहुचने पर लोगों ने उनका स्वागत किया। राहूल ने एक दो बच्चों को अपनी गोद में बैठाकर फोटो भी खिंचवाएं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कार्डलेस माइक अपने हाथ में लेकर “जोडो जोडो भारत जोडो” के नारे लगवाकर वहां मौजूद भीड को उत्साहित करने की कोशिश की। इसके बाद बिना किसी प्रस्तावना के राहूल ने माइक संभाल लिया। राहूल ने ठीक 5.25 पर अपना भाषण शुरु किया और 5.36 पर उनका भाषण समाप्त हो गया। अपने ग्यारह मिनट के भाषण में राहूल ने उन्ही मुद्दों का जिक्र किया जो वे हर भाषण में करते है। जातिगत जनगणना कराना,देश का एक्सरे, अडाणी अम्बानी और अग्निवीर योजना। राहूल ने कहा कि वे सामाजिक और आर्थिक अन्याय के खिलाफ यात्रा निकाल रहे है।

भाषण समाप्त होते ही राहूल का काफिला आगे बढ गया और कुछ ही मिनटों में काफिला वहां से ओझल हो गया। राहूल के स्वागत के लिए पंहुचे कांग्रेसी भी वहां से रवाना हो गए।

राहूल के संक्षिप्त भाषण के दौरान भी अव्यवस्थाएं नजर आती रही। 5.25 पर शुरु हुए भाषण में आठ मिनट बाद 5.33 पर माईक बन्द हो गया। माइक कार्डलेस था,इसलिए राहूल की जीप को कुछ आगे लाया गया,ताकि माइक निर्बाध रुप से चल सके। लेकिन इसके बाद शायद राहूल का मूड खराब हो गया और उन्होने मात्र तीन मिनट के बाद भाषण समाप्त कर दिया।

फौवारा चौक से आगे बढे राहूल का काफिला शहर में कहीं नहीं रुका। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहूल के मार्ग पर कई स्वागत मंच बनाए थे। लेकिन राहूल किसी भी स्वागत मंच पर नहीं रुके। काफिले के कुछ आगे बढने के बाद तो राहूल गांधी जीप में सीट पर बैठ गए। इसी वजह से स्वागत मंचों पर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ता राहूल को देख भी नहीं पाए। ना ही राहूल ने स्वागत मंचों पर स्वागत के लिए आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं का अभिनन्दन ही किया। राहूल का काफिला महज पैैंतालिस मिनट में रतलाम शहर की सीमा पार कर डेलनपुर पंहुच गया।

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