रघुवंशी को सहज स्वीकार योग्य नहीं मंदसौर कांग्रेस का संगठन मंत्री पद, कांग्रेसियो में भी कोई उत्साह नहीं
मंदसौर,17जनवरी(इ खबर टुडे / चंद्र मोहन भगत )। मंदसौर जिला कांग्रेस में कांग्रेस संगठन द्वारा सृजन किए गए नए संगठन मंत्री पद की जिम्मेदारी राजेश रघुवंशी को सौंपी गई है । इस घोषणा के होने के सात दिन बाद भी कांग्रेसियों के किसी भी वर्ग में कोई उत्साह नजर नहीं आया ना ही कहीं ढोल बजे ना कहीं स्वागत हुआ ना ही किसी स्थानीय अखबार ने इसे प्रमुख खबर बनाया । कोई अखबारनवीस ऐसा करता भी क्यों खुद रघुवंशी अपने नाम की संगठन मंत्री पद पर घोषणा होने के बाद भी ये कह इंकार करते रहे कि मुझे मालूम नहीं मुझे कोई सूचना या पत्र भी नहीं मिला है । मैं तो जिला अध्यक्ष के लिए अपना वृत्तांत प्रदेश कांग्रेस संगठन को भेज चुका हूं।
यह अलग बात है कि जिला अध्यक्ष की घोषणा को प्रदेश संगठन ने होल्ड पर रखा हुआ है पर जो भी जिस पद पर घोषित किए जा चुके हैं उन कार्यकर्ताओं ने अपने जिलों में काम भी शुरू कर दिया है। यह भी अलग बात है कि इनमें से भी जो जिस पद को पाने की अपेक्षा रखता था सभी को वही पद मिला हो ऐसा भी जरूरी नहीं हुआ है।
अतः यह माना जा सकता है कि राजेश रघुवंशी खुद माने ना माने प्रदेश कांग्रेस संगठन ने तो उन्हें बड़ी ही सादगी से जिला संगठन मंत्री बना दिया है। यह भी अलग बात है कि वह कांग्रेस संगठन के इस उपकार से खुश ना होंगे पर पूर्व संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर 9 जनवरी को ही इनका आदेश जारी कर चुके हैं । राजेश रघुवंशी का संगठन मंत्री पद के लिए उपेक्षित जवाब ऐसे समय में कांग्रेस संगठन की दुर्गति की ओर इशारा कर रहा है। जबकि देश दुनिया के राजनीतिक वातावरण में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस को पुनर्जीवित संगठन माना जाने लगा है । दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के नेताओं के माथे पर भी शिकन देखी जा रही है । कई प्रादेशिक और राष्ट्रीय राजनीति की पहचान बन चुके नेता जो भाजपा विरोधी हैं कांग्रेसका हाथ थामने को तत्पर हैं । जो कांग्रेसी छोड़ गए थे वह भी राहुल की बची हुई यात्रा में वापसी करना चाहते हैं ।
ऐसे में जिले का एक कार्यकर्ता अगर संगठन मंत्री का पद स्वीकारने में अगर झिझक भी रहा है तो माना जा सकता है कि कांग्रेस की जनसाख अर्श पर नहीं फर्श पर उतर रही है । सतही राष्ट्रीय राजनीतिक दृश्य में तो अब विपक्ष भी यह स्वीकार कर रहा है कि कांग्रेस को राहुल की भारत जोडो यात्रा की जनसाख के नजरिए में कम समय में अधिक उछाल के साथ अर्श की ओर ले जा रही है। ऐसे वातावरण और साल के अंत में आम चुनाव जैसे माहौल के बावजूद रघुवंशी की नजरअंदाजी कांग्रेस संगठन के लिए गंभीर या सामान्य विषय हो सकता है। पर नुक्कड़ चर्चाओं का सार कुछ अलग ही छनकर साथ पर आ रहा है ।
राजेश रघुवंशी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव परिवार के लाड़ले कार्यकर्ता रहे हैं । जब तब अरुण यादव पूर्व मंत्री सचिन यादव के कारण बड़े ही उपजाऊ पदों पर रहते आए हैं । जैसे जिला महामंत्री जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष आदि इसलिए अब उन्हें संगठन मंत्री पद नीरस नजर आ रहा है । जिलाध्यक्ष बनते तो मान सम्मान के साथ विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को मिलती । बहरहाल इनको जिला संगठन मंत्री घोषित किया है अभी तक इनकी सार्वजनिक स्वीकारोक्ति और अस्वीकारोक्ति का इजहार होना बाकी है।