harshest punishment/अपराधियों में दहशत के लिए त्वरित निर्णय और कठोरतम दण्ड के उदाहरण स्थापित करें: मुख्यमंत्री श्री चौहान
रतलाम,06 जुलाई (इ खबरटुडे)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पिछले कुछ समय से प्रदेश में व्यथित करने वाली घटनाएँ हुई हैं ये सभी घटनाएँ बेटियों से संबंधित हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियों और महिलाओं से अन्याय पर मैं सख्त रहा हूँ।
उन्होंने कहा कि ज्यादती करने, अमानवीय व्यवहार करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। यदि ऐसे कृत्य परिवार के सदस्य करते हैं तो भी उन्हें बख्शा नहीं जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में कानून-व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी बैठक में उपस्थित थे।
समस्त संभागायुक्त, आई.जी., कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक वर्चुअली बैठक में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर रतलाम एनआईसी कक्ष में डीआईजी सुशांत सक्सेना, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती मीनाक्षी सिंह, एडीएम श्रीमती जमुना भिड़े सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलें प्रकरण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं और बेटियों के साथ हो रही घटनाओं में रिकार्ड समय में कार्रवाई की जाए। फास्ट ट्रेक कोर्ट में प्रकरण चलें और दोषियों को दण्ड में देरी न हो। ज्यादती करने वाली मानसिकता के लोगों में दहशत के लिए त्वरित निर्णय और कठोरतम दण्ड के उदाहरण स्थापित किए जायें।
अधिकारी-कर्मचारी रवैया सुधारें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कानून-व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों की जवाबदारी तय की जाये। अकर्मण्य, क्षमताविहीन और काम नहीं कर सकने वाले अधिकारी-कर्मचारी अपना रवैया सुधारें।