May 18, 2024

छह वर्ष उपचार से ठीक हुई मनोरोगी की मृत्यु,समाजसेवी काकानी ने किया अंतिम संस्कार,पाँव की आहट से पहचान लेती थी काकानी को

रतलाम 27 दिसम्बर (इ खबर टुडे)। जिसे नालियों, कचरे के ढेर से पन्नियां बटोरना,गंदगी में पड़े रहना अच्छा लगता था उस मनोरोगी महिला को 6 वर्ष पूर्व गणेश मंदिर,टीआईटी रोड से नागरिकों के द्वारा भेजे गए संदेश पर समाजसेवी रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी ने जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया था। लगातार छह वर्षो तक चले निरंतर उपचार के बाद काफी हद तक स्वस्थ हो चुकी महिला की गत दिवस मृत्यु हो गई। समाजसेवी काकानी ने उक्त महिला का विधि विधान से अंतिम संस्कार किया। श्री काकानी बीते एक हफ्ते में दो लावारिस मृतकों का अंतिम संस्कार कर चुके है।

श्री काकानी ने उक्त महिला की जानकारी देते हुए बताया कि छह वर्ष पूर्व अस्पताल में लाए जाने के बाद डॉक्टरों द्वारा किये गए इलाज से उसके अंदर बदलाव आने लगा था। थोड़े वक्त के बाद ही महिला वार्ड में सफाई ट्राली से नफरत कर बदबू आ रही है शिकायत करने लगी | उक्त 80 वर्षीय वृद्ध दक्षिण भारतीय महिला जिसे मल्लिका के नाम से सभी लोग पुकारते थे ,समय गुजरने के साथ वार्ड के कर्मचारी और समाजसेवी गोविंद काकानी के साथ हिल मिल गई थी। उम्र अधिक होने से उसकी दोनों आंखों में मोतियाबिंद हो गया था। डॉक्टरों ने ऑपरेशन का बोला|,लेकिन ऑपरेशन थिएटर में ले जाने के बाद मनोरोगी होने के कारण आपरेशन संभव नहीं हो पा रहा था। आंखों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर दीप व्यास ने गोविंद काकानी को ऑपरेशन के वक्त मल्लिका के साथ उसे संभालने के लिए ऑपरेशन थिएटर में रहने का निवेदन किया और उनकी उपस्थिति मैं मल्लिका ने एक के बाद एक दोनों आंखों में ऑपरेशन करवा लिया था।

पिछले 2 वर्ष से उसे अधिक उम्र के कारण दिखना बंद हो गया था परंतु उसके पश्चात भी पांव की आहट से भी वह श्री काकानी को पहचान लेती थी। अनेक बार रात्रि के समय आइसोलेशन वार्ड के कार्य पर जाने पर उठ कर बैठ जाती और भय्यू ~भय्यू कहकर पुकारने लग जाती थी तब उसे बताना पड़ता था अभी रात्रि है सुबह आऊंगा नाश्ता लेकर।

रविवार सुबह नाश्ता देते वक्त तबीयत ठीक नहीं लगी ,हाथ पैर ठंडे लग रहे थे। समाजसेवी गोविंद काकानी ने तुरंत डॉक्टर को बुला कर दिखवाया परंतु 2 घंटे बाद इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। उसकी मृत्यु का समाचार अस्पताल चौकी प्रभारी प्रधान आरक्षक अशोक शर्मा द्वारा प्राप्त हुआ।

अनेक वर्षों से रहने पर भी कोई भी परिजन की जानकारी नहीं मिली होने से तत्काल अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया। भक्तन की बावड़ी पर विधि विधान से इस सप्ताह में दूसरी बार( 5 दिन पूर्व लावारिस 30 वर्षीय पुरुष कालिका माता से मृत अवस्था में) स्वर्गीय कांतिलाल माणकलाल जी लाठी की स्मृति में लाठी परिवार द्वारा दी गई राशि से गजेंद्र ओझा, दिलीप दवे , गोविंद काकानी द्वारा अंतिम संस्कार किया गया एवं समन्वय परिवार ,प्रभु प्रेमी संघ, रोगी कल्याण समिति व काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

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