PNB घोटालाः कांग्रेस के सवाल पर भाजपा का पलटवार
नई दिल्ली,15 फरवरी (इ खबरटुडे)। पंजाब नेशनल बैंक में 1140 करोड़ रुपए के घोटाले के बाद सीबीआई और ईडी इसकी जांच में लगी हैं वहीं इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया इस दौरान रवि शंकर प्रसाद ने काफी तीखे स्वर में कांग्रेस पर निशाना साधा और सबसे पहले इस घोटाले के बाद ‘छोटा मोदी’ जैसे शब्दों के प्रयोग पर कड़ा विरोध दर्ज किया। उन्होंने इस प्रकार की भाषा की कड़ी निंदा की है। इसके बाद कई ऐसे वाक्यों के बारे में बताया जिससे कांग्रेस सरकार पर सवाल उठे। उन्होंने बताया कि 2013 में नीरव मोदी के शो में राहुल भी गए थे।
इसके साथ ही प्रसाद ने कहा कि चाहे कोई भी हो किसी को माफ नहीं किया जाएगा और इस मामले पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने माल्या के एक सवाल के जवाब में कहा कि आप लोग खुद ही बताइए कि क्या मालया के खिलाफ हमारे प्रयासों में आपको कोई कमी नजर आई है। इसके साथ ही उन्होंने कुछ ऐसे मेल की चर्चा भी की जिसमे माल्या पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी सरकार के अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए लिखे गए हैं।
इससे पहले घोटाले को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा है कि सरकार की नाक के नीचे इतना बड़ा घोटाला कैसे हो गया? कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि 26 जुलाई 2016 को प्रधानमंत्री को नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार से जुड़े सभी कागजात सौंप दिए गए थे। कहा गया था कि शिकायत में 42 एफआईआर दर्ज हुई। पीएम ऑफिस को शिकायत की जानकारी थी और उन्होंने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज को एक्शन लेने के लिए भी भेजा लेकिन अंत में कुछ नहीं कर पाए।
सुरजेवाला ने कहा कि कैसे नीरव मोदी और मेहुल चौकसी मोदी सरकार की नाक के नीचे फर्जी लेटर ऑफ अंडरस्टेंडिंग के माध्यम से पूरे बैंकिंग सिस्टम को धोखा दे सकते हैं? छोटे मोदी द्वारा की गई इस सबसे बड़ी बैंक लूट के लिए कौन जिम्मेदार है?
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री एसपी शुक्ला ने मीडिया को दिए बयान में घोटाले का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि 2011 में हमारी सरकार नहीं थी, अगर कांग्रेस हम पर आरोप लगा रही है तो 2011-14 तक वो क्या सो रही थी। हमारी सरकार मामले की जानकारी लेकर उसकी जांच कर रही है। कांग्रेस एक घोटालों की सरकार थी और उन्हीं ने इन घोटालोबाजों को स्टेबलिश किया।