PM मोदी का जकार्ता में शाही स्वागत, राष्ट्रपति विडोडो संग मर्डेक पैलेस मे की मुलाकात
जकार्ता,30 मई (इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में मंगलवार को जकार्ता पहुंचे। बुधवार को उन्होंने जकार्ता में स्थित कालीबाटा नेशनल हीरो सीमेट्री जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन इस्ताना मर्डेका पहुंचे, जहां राष्ट्रपति जोको विडोडो ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी को रेड कार्पेट वेलकम और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
पीएम मोदी आज राजधानी जकार्ता में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी के इस दौरे से जहां इंडोनेशिया और भारत के बीच दोस्ती को नई मजबूती मिलेगी, वहीं रक्षा और कारोबार के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच कई समझौतो पर हस्ताक्षर भी होंगे। माना जा रहा है कि मोदी इन तीन देशों की यात्रा के जरिए भारत की एक्ट ईस्ट नीति को और परवान चढ़ाएंगे।
मोदी पहले चरण में इंडोनेशिया पहुंचे जो लगातार भारत को यह संदेश दे रहा है कि बेहद करीबी रणनीतिक रिश्ते बनाने में अब ज्यादा देरी नहीं की जानी चाहिए। भारत की तरफ से यथोचित प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर जकार्ता ने कई बार नाराजगी भी जताई है। मोदी की यह यात्रा से दोनों देशों के बीच नया भरोसा बनने के आसार हैं। मोदी पहली बार इंडोनेशिया जा रहे हैं।
पीएम ने कहा कि पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस सम्मेलन को संबोधित करेगा। क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर यह भारत के विचारों को व्यक्त करने का अवसर होगा। फेसबुक पेज पर जारी बयान में प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के निमंत्रण पर वह जकार्ता में होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में यह मेरी पहली इंडोनेशिया यात्रा है। राष्ट्रपति विडोडो के साथ 30 मई को विचार-विमर्श होगा। साथ ही भारत- इंडोनेशिया सीईओ के फोरम में हमारा संयुक्त वार्तालाप होगा। पीएम इंडोनेशिया में भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बैठक करेंगे और उन्हें संबोधित करेंगे।
31 मई को सिंगापुर जाते समय प्रधानमंत्री थोड़े समय के लिए मलेशिया में रूकेंगे जहां मलेशिया के नए नेतृत्व को बधाई देंगे। प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी एक जून को सिंगापुर के राष्ट्रपति हलीमा याकूब से मुलाकात करेंगे और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी, जिसमें रक्षा और कौशल विकास जैसे समझौते होंगे।
पीएम दो जून को क्लीफोर्ड पियर में एक पट्टिका का अनावरण करेंगे जहां 27 मार्च 1948 को गांधीजी की अस्थितयों का विसर्जन किया गया था। मोदी सरकार ने भारत की एक्ट ईस्ट नीति को शुरू किया था जिसका उद्देश्य एशिया प्रशांत क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करना है। माना जा रहा है कि पीएम के दौरे से भारत की एक्ट ईस्ट नीति को मजबूती मिलेगी।