Angry Parents Demonstration : नन्ही बच्ची के यौन शोषण से गुस्साए अभिभाïकों का साई श्री स्कूल पर हंगामा,स्कूल प्रबन्धक के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग,वरिष्ठ अधिकारी भी पंहुचे,पांच दिनों के लिए स्कूल बन्द (देखिए लाइव विडीयो)
रतलाम,30 सितम्बर (इ खबरटुडे)। रविवार को अस्सी फीट रोड पर स्थित साई श्री स्कूल की नन्ही बच्ची के यौन शोषण का मामला सामने आने से गुस्साए स्कूली बच्चों के अभिभावकों ने आज स्कूल के सामने जोरदार हंगामा किया। अभिभावक स्कूल प्रबन्धन के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। स्कूल के घेराव की खबरें मिलने पर एडीएम और एएसपी समेत पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पंहुच गए। अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच और दोषियों के विरुद्ध कडी कार्यवाही किए जाने का आश्वासन देकर गुस्साए अभिभावकों को शान्त किया। साई श्री स्कूल को आगामी पांच दिनों के लिए बन्द कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को साई श्री स्कूल में यूकेजी में पढने वाली एक पांच वर्षीय बालिका के साथ स्कूल में रहने वाले चौकीदार के पुत्र द्वारा यौन उत्पीडन किए जाने का मामला सामने आया था। इस खबर के सामने आने के बाद स्कूल में पढने वाले बच्चों के अभिभावकों में जबर्दस्त रोष व्याप्त हो गया था। आक्रोशित अभिभावकों ने आज स्कूल पर पंहुचकर जोरदार प्रदर्शन किया। स्कूल के बाहर पंहुचे सैकडों अभिभावकों ने स्कूल प्रबन्धन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रबन्धन की लापरवाही के कारण इस तरह की घटना होने का आरोप लगाया।. अभिभावकों की मांग थी कि स्कूल प्रबन्धन के खिलाफ भी कडी कार्रïवाई की जाए।
आक्रोशित अभिभावकों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एडीएम डा.श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव,एसडीएम अनिल भाना एडीशनल एसपी राकेश खाखा,सीएसपी अभिनव बारंगे औद्योगिक क्षेत्र टीआई वीडी जोशी,स्टेशन रोड टीआई राजेंद्र वर्मा समेत अनेक पुलिस अधिकारी मौके पर पंहुच गए थे। अधिकारियों ने आक्रोशित परिजनों को समझाईश दकर उनका आक्रोश शान्त करवाया। अधिकारियों ने अभिभावकों को आश्वस्त किया कि आरोपी को कडी से कडी सजा दिलवाई जाएगी। इसके साथ ही पूरे मामले की विस्तृत जांच करके स्कूल प्रबन्धन के विरुद्ध भी लापरवाही बरतने के मामले में दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।
मामले की निष्पक्ष जाँच की मांग के चलते अभिभावकों ने स्कुल को सील करने की मांग भी रखी। इस पर एसडीएम अनिल भाना के नस्तृत्व में स्कुल को आगामी पांच दिनों के लिए सील कर दिया गया। अभिभावकों की नाराजगी को देखते हुए स्कुल संचालक और प्राचार्य पीछे के रास्ते से स्कुल से निकल गए था।