Chlorine leakage:दो दिन हुए क्लोरीन रिसाव के बाद अब स्थिति नियंत्रण मेंं,खाली कर दिए गए क्लोरीन के सिलैण्डर
रतलाम,17 जुलाई(इ खबरटुडे)। जिले के सैलाना में फिल्टर प्लान्ट में पिछले दो दिनोंं से हो रहे क्लोरीन लीकेज को अब पूरी तरह बन्द कर दिया गया है। फिल्टर प्लान्ट पर मौजूद क्लोरीन के सिलैण्डर पूरी तरह खाली कर दिए गए है और अब स्थिति पूरी तरह सामान्य है।
उल्लेखनीय है कि गत बुधवार को सैलाना के वाटर फिल्टर प्लान्ट में मौजूद क्लोरीन सिलैण्डर से अचानक क्लोरीन का रिसाव शुरु हो गया था। क्लोरीन गैस के रिसाव की खबर मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पंहुच गए थे। शुक्रवार सुबह फिल्टर प्लान्ट के आसपास रहने वाले कई लोगों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया था। उक्त मामले की जानकारी कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के संज्ञान में भी लाई गई थी।
कलेक्टर श्री पुरुषोत्तम ने इ खबरटुडे को बताया कि क्लोरीन लीकेज की समस्या समाप्त हो गई है। फिल्टर प्लान्ट पर मौजूद क्लोरीन के दोनो सिलैण्डर पूरी तरह खाली करवा लिए गए है और अब किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है।
यह उपयोग होता है क्लोरीन गैस का
क्लोरीन गैस को फिल्टर प्लांट में पानी के अंदर के कीटाणुओं को मारने के लिए इसका उपयोग बहते हुए पानी के साथ किया जाता है जिससे पानी शुद्ध हो जाता है। सैलाना में फिल्टर प्लांट पर 950-950 किलोग्राम की क्षमता वाले दो सिलेंडर हैं । हालांकि यह जानकारी भी प्रकाश में आई है कि बीते 2 वर्षों से क्लोरीन गैस सिलेंडर का उपयोग करना ही नगर परिषद ने बंद कर दिया था । 2 वर्ष पूर्व जब फिल्टर प्लांट ठेके पर था तब वहां टेक्निकल अनुभवी कर्मचारियों द्वारा इस क्लोरीन गैस का मिश्रण कर पूरी सुविधा के साथ फिल्टर प्लांट में राॅ वाटर के साथ (कच्चा पानी मे) मिश्रण कर उपयोग कर रहे थे । जब से प्लांट नगर परिषद को सुपुर्द किया तब से ही टेक्निकल कर्मियों की कमी के कारण इस गैस का पानी साफ करने में उपयोग करना ही बंद कर दिया गया । माना जा रहा है कि सिलेंडर का उपयोग न होने के कारण ही इस क्लोरीन गैस का रिसाव शुरू हुआ था।
शुक्रवार को खाली करवाया था रहवासी क्षेत्र
क्लोरीन लीकेज की स्थिति जब ज्यादा गंभीर हो गई तो शुक्रवार सुबह आसपास के 9 घरों के 35 से अधिक रहवासियों को वहां से हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पर चले जाने को कहा गया था । इसके बाद सभी रहवासी अपने घरों पर ताला जड़कर सुरक्षित अन्यत्र चले गए ।
ये दुष्प्रभाव है क्लोरीन गैस का
क्लोरीन गैस जहां एक और कम मात्रा में उपयोग होने पर पेयजल को स्वच्छ बनाती हैं तो दूसरी और इसका रिसाव हवा में होने पर घातक होता है विशेषज्ञों का मत है कि क्लोरीन गैस हवा में 5 फीट तक ही उड़ती है और सांस लेने पर यह मुंह में चली जाती हैं। क्लोरीन गैस के अधिक संपर्क में आने पर व्यक्ति को उल्टियां, चक्कर, आंखों में जलन, नाक से खून आना, सिर दर्द जैसी अन्य शिकायतें हो सकती हैं । यदि यह और ज्यादा संपर्क में आ जाए तो आदमी की जान पर भी बन जाती है।