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isi helmet:अब कंपनियों को बाइक के साथ देना होगा आईएसआई हेलमेट

 

isi helmet:प्रतिदिन बाइकों के साथ हो रहे हादसे तथा इसमें जा रही लोगों की जान के प्रति सरकार ने बाइक कंपनियों को बाइक के साथ ही आईएसआई मार्क हेलमेट देना जरूरी कर दिया है। अब कोई भी बाइक कंपनी बिना हेलमेट के अपनी बाइक नहीं बेचेगी। बिना हेलमेट के हर साल 69 हजार लोगों की मौत होने के आंकड़ें सामने आ रहे हैं।


सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो 2002 से 2023 के बीच रोड ए​क्सीडेंट में 36 हजार 400 लाेगों की हेलमेट ने जान बचाई है। काफी लोग बिना हेलमेट के बाइक चलाते हैं और एक्सीडेंट होने पर उनकी मौत हो जाती है। इसलिए सरकार ने अब बाइक कंपनियों को बाइक के साथ हेलमेट देना जरूरी कर दिया है।


परिवहन मंत्री ने की घोषणा
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यह घोषणा नई दिल्ली में हुए ऑटो समिट का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सभी बाइक कंपनियों को अब अपनी बाइक के साथ दो-आईएसआई सर्टिफाइड हेलमेट भी देना होगा। कोई भी कंपनी बिना हेलमेट के अपनी बाइक नहीं बेच पाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाना जरूरी था। हेलमेट निर्माता कंपनी टीएचएमए ने इसका समर्थन करते हुए कहा कि एसोसिएशन इसकी मांग काफी समय से कर रही थी।


प्रति वर्ष हो रही चार लाख 80 हजार सड़क दुर्घटनाएं
आंकड़ों पर नजर डालें तो भारत में हर वर्ष चार लाख 80 हजार से अ​धिक सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। इनमें प्रति वर्ष एक लाख 80 हजार से अ​धिक लोगों की मौत हो जाती हैं। सबसे हैरानी की बात यह है कि इन मृतकों में 66 प्रतिशत से अ​धिक युवा होते हैं, जिनकी आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होती है। दुपहिया वाहनों से हो रहे सड़क हादसों की बात करें तो इससे अकेले हर साल 69 हजार से अ​धिक लोगों की मौत होती हैं। वही गंभीर बात यह है कि इनमें से 50 प्रतिशत मौत हेलमेट नहीं पहनने के कारण होती हैं। इसलिए सरकार ने लोगों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया है। लोगों व कंपनियों को समझना होगा कि सुरक्षा के लिए हेलमेट कितना जरूरी है।


ध्यान रखने के लिए जरूरी बातें
काफी लोग चालान से बचने के लिए हेलमेट हाथ में रखते हैं। यदि कहीं पुलिस जांच हो तो हेलमेट पहन लेते हैं, जोकि एक गंभीर विषय है। वहीं काफी लोग हेलमेट को स्कूटी की डिग्गी में रखते हैं, जो किसी काम का नहीं है। यह केवल चालान से बचने के लिए होता है। लोगों को मौत का नहीं केवल चालान का अ​धिक डर होता है। काफी लोग हेलमेट केवल चालान से बचने के लिए खरीदते हैं जबकि हेलमेट आपके सिर की सुरक्षा के लिए होता है। काफी बार लोग सस्ता और हल्का हेलमेट खरीदते हैं, जो किसी काम का नहीं होता। इस प्रकार का हेलमेट एक बार गिरने से टूट जाता है। ऐसे में व्य​क्ति ठगी का ​शिकार होता है। इसलिए हमें मजबूत और आईएसआई मार्का वाला हेलमेट ही खरीदना चाहिए।


स्टाइलिस की बजाय मजबूत हो हेलमेट
आजकल बाजार में बहुत से हेलमेट आते हैं। काफी लोग सुंदर तथा स्टाइलिस हेलमेट खरीदते हैं ताकि वह हेलमेट लगाने के कारण चालान से बचे रहे हैं जबकि यह सुर​क्षित नहीं होता। यह लोग अपनी जान के साथ ​खिलवाड़ करते हैं। ऐसे में हमें ज्यादातर ध्यान सुरक्षा की तरफ देना चाहिए। हेलमेट ऐसा होना चाहिए जो आपके सिर में अच्छी तरफ फिट आए और आसानी से निकल भी नहीं पाए। इसमें वेंटिलेशन भी होना चाहिए। इसके अलावा हेलमेट पहनने के बाद उसकी ​स्ट्रिप यानी पट्टी बंधी होनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं है तो आपका चालान कट सकता है।