NIA Raids: जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर एनआईए की छापेमारी, टेरर फंडिंग मामले में की कार्रवाई
जम्मू-कश्मीर,10 फरवरी(इ खबर टुडे)। जम्मू कश्मीर में एनआईए इन दिनों एक्शन में है, वह लगातार सीमा पार की सहायता से बने आतंकवाद की गतिविधियों के केंद्र को खत्म करने में जुटे हुई है। इसी क्रम में एनआईए ने मंगलवार को कश्मीर घाटी के तीन जिलों अनंतनाग, शोपियां और पुलवामा में पांच जगहों पर छापेमारी की और बड़े पैमाने पर आपत्तिजनक डेटा वाले कई डिजिटल उपकरण जब्त किए।
एनआईए ने जिन नए आतंकी संगठनों पर छापेमारी की है उनमें उनमें द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (यूएलएफजेएंडके), मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद (एमजीएच), जम्मू एंड कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स ( जेकेएफएफ), कश्मीर टाइगर्स, पीएएएफ और अन्य संगठन शामिल हैं।
एनआईए के सूत्रों के मुताबिक ये संगठन प्रमुख प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), अल-बद्र, अल-कायदा से छद्म रूप से जुड़े हैं, और उनके लिए काम करते हैं।
आज किन जगहों पर की गई छापेमारी?
एनआईए के मुताबिक आज दक्षिण कश्मीर के तीन जिलों में कई प्रतिबंधित कश्मीरी आतंकवादी संगठनों की नवगठित शाखाओं और सहयोगियों से जुड़े हाइब्रिड आतंकवादियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के घर में छापेमारी की गई है। एनआईए ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, इन प्रतिबंधित संगठनों के समर्थकों और कार्यकर्ताओं के जिन घरों पर छापेमारे गए हैं उनकी जम्मू-कश्मीर में आतंक, हिंसा और तोड़फोड़ से संबंधित गतिविधियों के लिए जांच की जा रही है।
एनआईए ने इन मामलों में दर्ज कर रखी है एफआईआर
जम्मू कश्मीर में आतंकी साजिश के इस मामले में 21 जून 2022 को एनआईए ने एफआईआर दर्ज की थी। दरअसल सुरक्षा एजेंसियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस समय पाकिस्तान समर्थित संगठनों का जम्मू कश्मीर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए स्थानीय युवाओं को आतंकी बनाने का प्रयास है।
एनआईए के मुताबिक, इस साजिश के पीछे पाकिस्तान स्थित गुर्गे लोगों के बीच आतंक फैलाने के लिए कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे थे। वे कश्मीर में अपने एजेंटों और कैडर को हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक हथियार, नशीले पदार्थ पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे थे।