Indian Navy/नौसेना में शामिल होगी 6 सबमरीन, 50 हजार करोड़ के रक्षा प्रस्तावों को मिली मंजूरी
नई दिल्ली ,04 जून (इ खबरटुडे)। देश की नौसेना अपनी समुद्री ताकत को बढ़ाने में लगातार कदम उठाती रहती है। इसी कड़ी में आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल की बैठक में केंद्र सरकार ने नौसेना के लिए 6 एडवांस सबमरीन के निर्माण का रास्ता साफ कर दिया है।
इस मामले में जल्द ही रिक्वेस्ट ऑफ प्रपोजल जारी किया जाएगा। डिफेंस एक्वजीशन काउंसिल ने अपनी मंजूरी भी दे दी थी। गौरतलब है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में हुई बैठक में 50 हजार करोड़ रुपए के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। इस प्रोजेक्ट को स्वेदेशी कंपनी मझगांव डॉक्स लिमिटेड और L&T को सौंपा गया है।
युद्धपोत संध्याक 40 साल के सेवा के बाद रिटायर
गौरतलब है कि हाल ही में भारतीय नौसेना का युद्धपोत संध्याक अपनी 40 साल की शानदार सेवा देने के बाद रिटायर हो रहा है। संध्याक की परिकल्पना पूर्व रियर एडमिरल एफएल फ्रेजर ने की थी और साल 1978 में इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया था।
इस शानदार जहाज 26 फरवरी, 1981 को वाइस एडमिरल एमके रॉय द्वारा भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। अपने पूरे कार्यकाल में इस जहाज ने कई चुनौतीपूर्ण मिशन को अंजाम दिया।
गौरतलब है कि भारतीय नौसेना दुनिया के शानदार जंगी बेड़ा में से एक है और यह निरंतर खुद को और ज्यादा बेहतर बनाने में जुटी हुई है। नौसेना खुद को और अधिक मजबूत बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक से लैस जहाज और सबमरीन निर्माण कर रही है, जिस तरह से भारत के पड़ोसी चीन और उसकी सहायता से पाकिस्तान अपनी सैन्य क्षमता में इजाफा कर रहा है उसको देखते हुए ये और भी जरूरी हो जाता है।