Narmada Water Supply : देवास-पेड़मी के जंगल से होकर तीन जिलों में पहुंचेगी नर्मदा
इंदौर06मार्च (इ खबर टुडे)। मालवा-निमाड़ के तीन सौ से ज्यादा गावों के खेतों की सिंचाई नर्मदा नदी के पानी से होगी। इस बार बड़वाह के बजाय सीधे ओंकारेश्वर की नहर से नर्मदा का पानी देवास, पेड़मी के जंगल के बीच से होते हुए बड़वाह, इंदौर और उज्जैन जिलों में पहुंचेगा।
जानकारी के अनुसार तीन हजार करोड़ की इस परियोजना का ठेका हैदराबाद की एक कंपनी को दिया जा चुका है और इस योजना का पर्यावरण सर्वे भी शुरू हो चुका है। ज्यादातर लाइन जंगलों से गुजरेगी, इसलिए पर्यावरण अनुमति ली जा रही है। नर्मदा के पानी से 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खेतों के लिए पानी मिल सकेगा, जबकि तीनों जिलों के सैकड़ों गांवों को पीने के लिए पानी मिलेगा।
नर्मदा से जल लाने की यह इंदौर संभाग की अब तक सबसे बड़ी योजना है। इस पर इसी साल काम शुरू होगा। योजना में किसी नदी के उद्गम स्थल को भी पुनर्जीवित नहीं किया जा रहा है, बल्कि सीधे खेतों में पाइप लाइन के जरिए पानी पहुंचेगा।
इंदौर जिले से जुड़ी नर्मदा की पांच बड़ी परियोजनाओं में बड़वाह और जलूद से नर्मदा को विंध्याचल पर्वत श्रृंखला को लांघ कर लाया गया है, लेकिन इस परियोजना में इंदौर, बड़वाह, सांवेर तक बिछाई जाने वाली लाइन के लिए काटकूट, उदयपुरा, पेड़मी के जंगलों का रास्ता चुना गया है।
पहली बार इंदौर जिले में पहुंचेगी नर्मदा
पहली बार हिस्से से नर्मदा इंदौर जिले में पहुंचेगी। पहाड़ों पर पानी की चढ़ाई के लिए कड़ियाकुंड, कालापाठा, नयापुरा और तेलयाखेड़ी गांव में पंपिंग स्टेशन बनेंगे। वहां से सनावदिया, रामगढ़ और सिवनी गांव तक डिस्चार्ज लाइन से पानी पहुंचाया जाएगा। खेतों में आउटलेट बनाकर पानी की जलापूर्ति सिंचाई के लिए की जाएगी