क्रीड़ा भारती द्वारा चयनित अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की माताओं को जिजामाता सम्मान से सम्मानित किया जायेगा- मंत्री चेतन्य काश्यप
पत्रकार वार्ता में क्रीड़ा भारती के अ. भा. महामंत्री संजय चौधरी और मध्य भारत प्रांत के अध्यक्ष दीपक सचदेवा उपस्थित थे
रतलाम,17 जनवरी(इ खबर टुडे)। क्रीड़ा भारती मध्यभारत प्रांत द्वारा 19 जनवरी को भोपाल में आयोजित जिजामाता सम्मान समारोह में गोल्ड मेडलिस्ट भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की माताजी श्रीमती सरोजनी देवी, प्रसिद्ध जिम्नास्ट सुश्री दीपा कर्मकार की माता श्रीमती गौरी कर्मकार, मुक्केबाज सुश्री लवलीना की माता मोनी देवी, भारतीय हॉकी टीम के पूर्व गोलकीपर श्रीजैश की माता श्रीमती ऊषा कुमारी, पैराशूटर अवनी लेखरा की माताश्री श्रीमती श्वेताजी एवं मध्यप्रदेश इटारसी के पदक विजेता हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर की माता श्रीमती कमलादेवी को सम्मानित किया जावेगा।
यह जानकारी आज यहॉं प्रेस वार्ता में क्रीड़ा भारती के अखिल भारती कार्याध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश शासन के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के मंत्री चेतन्य कुमार काश्यप ने दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के इस समारोह में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय हॉसबोले मुख्यवक्ता होंगे। इनके अलावा केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख भाई माण्डवीया विशिष्ट अतिथि रहेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रमुख अतिथि एवं मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग अतिथि रहेंगे।
श्री काश्यप ने बताया कि क्रीड़ा भारती द्वारा राष्ट्रीय स्तर के जिजामाता सम्मान समारोह का आयोजन पिछले तीन सालों से किया जा रहा है। इसमें खिलाड़ियों की माताओं को सम्मानित किया जाता है। खिलाड़ियों के निर्माण में उनकी माताओं का बहुत बड़ा योगदान होता है। शिवाजी को छत्रपति शिवाजी महाराज बनाने में उनकी माता जिजाबाई का बड़ा योगदान था, यह सभी जानते हैं। महिलायें जिजाबाई से प्रेरित होकर अपनी संतानों को उत्कृष्ट नागरिक के रूप में विकसित करें, यह हमारा उदेृश्य है।
क्रीड़ा भारती के बारे में जानकारी देते हुए श्री काश्यप ने बताया कि यह भारतीय खेलों और खिलाड़ियों के लिये कार्य करने वाला एक सामाजिक संगठन है। 1992 से यह संगठन देश के 550 जिलों में विस्तारित है। सभी खेलों के साथ भारतीय खेलों को प्रोत्साहित करना तथा खेलों को गाँव-गाँव तक पहुँचाने और बच्चों को खेल मैदानों तक लाना इसका उद्देश्य है। खेल जगत की आवश्यकताओं और समस्याओं का समाधान खोजना, आपस में तालमेल बनाना, वर्तमान खेलतंत्र के पूरक रहकर खेल नीति निर्माण में योगदान देने का कार्य भी यह संगठन करता है।
क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा– श्री काश्यप ने बताया कि देश भर में हर साल क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा का ऑनलाइन आयोजन किया जाता है। इसमें सवा लाख से ज्यादा प्रतिभागी हिस्सा लेते है। इसका आयोजन चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा किया जाता है। फाउंडेशन विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत करता है। प्रथम पुरस्कार एक लाख रुपये का होता है तथा द्वितीय पुरस्कार 51-51 हजार रुपये के दो होते है। जिजामाता सम्मान समारोह में इस प्रतियोगिता के प्रथम
विजेता पार्थ प्रजापत, इंदौर और अभिषेक कुमार, दक्षिण तथा देवकरेलिया, सौराष्ट्र प्रांत को द्वितीय पुरस्कार दिया जायेगा।
पत्रकारवार्ता में क्रीड़ा भारती के अखिल भारतीय महामंत्री संजय चौधरी और मध्यभारत प्रांत के अध्यक्ष दीपक सचदेवा भी उपस्थित थे ।