December 4, 2024

Hindu Rally : व्यवसाय बंद कर सड़कों पर उतरे पच्चीस हज़ार से ज्यादा हिन्दू महिला पुरुष,आक्रोश रैली के जरिये जताई बांग्लादेशी हिन्दुओ के साथ एकजुटता;राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर की हिन्दुओ की सुरक्षा की मांग (देखिए विशाल जन आक्रोश रैली के लाइव विडियो)

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रतलाम, 03 दिसंबर(इ खबर टुडे)। बांग्लादेश में मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा वंहा के अल्पसंख्यक हिन्दुओ पर किए जा रहे अकल्पनीय अत्याचारों को रोकने के लिए भारत के प्रभावी हस्तक्षेप और हिन्दुओ की सुरक्षा की मांग को लेकर जिले के सकल हिन्दू समाज द्वारा निकाली गई जन आक्रोश रैली में पच्चीस हज़ार से अधिक हिन्दू महिला पुरुष शामिल हुए। आक्रोश रैली में शामिल होने को लेकर लोगो में जबरदस्त उत्साह था। अनेक व्यवसाइयों ने अपने व्यवसाय बंद रख कर रैली में शिरकत की। साधु संतो के नेतृत्व में निकाली गई इस रैली में आम लोगो के साथ साथ बड़ी संख्या में डॉक्टर,अभिभाषक और गणमान्य लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। रैली में केबिनेट मंत्री चैतन्य कश्यप समेत कई विधायक और अन्य जन प्रतिनिधि भी शामिल थे।

बांग्ला देश में मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा वंहा के अल्पसंख्यक हिन्दू समाज पर अकल्पनीय अत्याचार किए जा रहे है। मंदिरो पर हमले कर मूर्तियों को तोडा जा रहा है तो महिलाओ को बलात्कार का शिकार बनाया जा रहा है। इस्कॉन के संत को बेवजह देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बांग्लादेशी हिन्दुओ के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने और हिन्दुओ पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रभावी कार्यवाही करने की मांग को लेकर प्रदेश भर में हिन्दुओ की आक्रोश रैलियो का आयोजन किया गया था। इसी कड़ी में मंगलवार को कलिका माता मंदिर परिसर से रैली निकाली गई।

रैली में शामिल होने के लिए जिले के जावरा,अलॉट,सैलाना इत्यादि सभी स्थानों से बड़ी संख्या में हिन्दू पुरुष रतलाम पंहुचे थे। शहर के लोगो में भी रैली को लेकर जबरदस्त उत्साह था। विभिन्न जाति समाजो ने रैली में बड़ी संख्या में शामिल होने के लिए अपने अपने समाजो में आव्हान किया था। शहर के अनेक व्यापारी संगठनों ने व्यवसाय बंद रख कर रैली में शामिल होने की योजना बनाई थी जिसकी वजह से शहर के कई बाजार भी आज बंद रहे।

कालिका माता मंदिर परिसर में दोपहर एक बजे से ही लोगो का जुटना शुरू हो गया था। रैली के निर्धारित समय दो बजे तक पूरा परिसर लोगो से खचाखच था। मंदिर के सामने बनाये गए मंच पर जिले के विभिन्न स्थानों के संत महात्मा विराजित थे। करीब एक घंटे तक साधु संतो ने उपस्थित नागरिको को सम्बोधित किया और विश्व की चुनोतियो से निपटने के लिए सारे हिन्दू समाज को संगठित करने का किया। संतो ने बांग्लादेशी हिन्दुओ की रक्षा के लिए सरकार से कड़े और प्रभावी कदम उठाने की मांग की।

दोपहर करीब सवा तीन बजे रैली प्रारम्भ हुई। रैली में सबसे आगे संत समुदाय चल रहा था। संत समुदाय के पीछे मातृशक्ति चल रही थी और उनके पीछे वरिष्ठ नागरिक चल रहे थे। इनके पीछे हज़ारो युवाओ की टोलिया हाथो में बैनर और नारे लिखी तख्तियां लेकर चल रहे थे। पोस्टर और बैनरो पर बांग्लादेशी हिन्दुओ को सुरक्षा देने के नारे लिखे हुए थे। रैली में शामिल युवाओ की टोलिया जय श्री राम और हिन्दुओ की एकता के नारे लगा रहे थे।

कालिका माता परिसर से शुरू हुई रैली कान्वेंट तिराहे से होकर गीता मंदिर रोड और फव्वारा चौराहे से होती हुई कलेक्टोरेट पहुंची,जंहा राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन कलेक्टर राजेश बाथम को सौपा गया। ज्ञापन देने से पहले जमकर नारेबाजी की गई और ज्ञापन का वाचन किया गया।

उपस्थित जन सैलाब को आक्रोश रैली के संयोजक राजेश कटारिया ने संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में छात्र आंदोलन को षडयंत्र पूर्वक हिंसात्मक रूप दिया गया तथा हिंदुओं पर अत्याचार का सुनियोजित रूप दिया । वहां के सर्व हिंदू समाज के साथ पूरा भारतीय समाज खड़ा है। सी ए सोनाली दीदी जैन ने कहां कि बांग्लादेश में पिछले कुछ माह से लगातार ही हिंसात्मक घटनाएं हो रही है । मानवताओं को द्रवित करने वाली यह घटनाएं रोकने हेतु वहां के अल्पसंख्यक समाज के साथ पूरा भारतीय समाज उपस्थित है।संस्कार ऋषि पं. दिनेश जी व्यास निलकंठधाम घटवास ने कहा कि भारतीय संस्कृति “वसुधैव कुटुंबकम” की संस्कृति है। पूरे विश्व के लोग हमारे भाई-बहन हैं परंतु कुछ लोग मानवता को नष्ट करने का दुष्विचार लेकर निरीह लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं। इसके लिए हम सभी को संकल्प लेना होगा कि सभी को संगठित रहना है एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। पूर्व सैनिक और जनजाति सुरक्षा मंच के मध्य क्षेत्र के संरक्षक कैलाश निनामा ने कहा कि संगठन में शक्ति है बांग्लादेश में हो रहे अल्पसंख्यकों के खिलाफ षड्यंत्र को रोकने के लिए हम सभी को एक होना है तभी सुरक्षित रहेंगे ।भारत एक सामर्थशाली देश है। शीघ्र ही बांग्लादेश के सनातनी बांधुओं पर हो रही हिंसा पर रोक लगेगी ।

उपस्थित जन समुदाय को आशीष देने हेतु मंच पर दंडी स्वामी अत्यानंद जी सरस्वती(श्रृंगेरी मठ,परम पूज्य स्वामी देव स्वरूप जी महाराज (अखण्डज्ञान आश्रम ),परम पूज्य स्वामी 1008 आनंद गिरि जी महाराज(अड़वानिया), ज्ञानी हंसराज सिंह गुरूद्वारा दुख निवारण साहेब जावरा,परम पूज्य स्वामी नील भारती जी महाराज (दत्त अखाड़स्व, रम स्वामी शिवानंद जी महाराज शक्तिपीठ सुजालपुर परम स्वामी योगेश नाथ जी जेठाना,परम स्वामी सुजानानंद जी महाराज अखंड ज्ञान आश्रम,परम राज राजेश्वरी माता पीतांबरा शक्ति पीठ,महर्षि संजय शिवशंकर दवे(वैदिक जागृति पीठ),परम ईस्कोन प्रभू जी महाराज,आदरणीय सविता दीदी (ब्रह्मकुमारी आश्रम),परम पूज्य स्वामी मनोज जी स्वामी (मांगल्य मंदिर),स्वामी सौरभ जी महाराज,आचार्य महेशानंद जी महाराज,आचार्य अशोक जी वशिष्ठ महाराज,आचार्य चेतन जी शर्मा,स्वामी अभिषेक गिरी जी महाराज विराजित रहे।

कलेक्टोरेट में ज्ञापन का वाचन मनोज सगरवंशी ने किया तथा समाज के वरिष्ठजन राजेश कटारिया, सतीश त्रिपाठी, मांगी लाल खराडी,संजय व्यास, कंवलजीत सिंह मक्कड, अनुज छाजेड,ममता भंडारी, सुनिता छाजेड, सोनाली जैन, सुरेश वर्मा, मोहन मुरलीवाला, विजय खरे, हरिनारायण जाटव, विम्पी छाबड़ा, कैलाश देवदा, अमृत पटेल, रामेश्वर पाटिदार के नेतृत्व में कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सोपा गया। कार्यक्रम का संचालन गायत्री परिवार के विकास शैवाल व आभार समस्त हिंदू समाज ने माना।

रैली में केबिनेट मंत्री चैतन्य कश्यप,आलोट विधायक चिंतामणि मालवीय,भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय,जिला महामंत्री निर्मल कटारिया,युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विप्लव जैन, आरएसएस के सुरेंद्र सुरेका,वीरेंद्र वांफगांवकर,गुमान नाहर, सुरेंद्र सिंह भामरा,पूर्व महापौर डाक्टर सुनीता यार्दे,भाजपा नेता बजरंग पुरोहित,जावरा के भाजपा नेता अभय कोठारी समेत अनेक पार्षद और विभिन्न संगठनो के पदाधिकारी शामिल हुए। रैली में बड़ी संख्या में डॉक्टर्स,और बुद्धिजीवी गणमान्य लोग भी शामिल हुए।

आक्रोश रैली में जिले भर के अभिभाषक बड़ी संख्या में शामिल हुए। जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष राजीव उबी,पूर्व अध्यक्ष दशरथ पाटीदार,संतोष त्रिपाठी ,अनिल सारस्वत,जेपी भट्ट समेत अनेक अभिभाषकों ने रैली में हिस्सा लिया। बड़ी संख्या में महिला अभिभाषक भी रैली में साथ चल रही थी। रैली में शामिल होने के लिए जावरा और आलोट के अभिभाषक संघो ने आज कामकाज बंद रखने का निर्णय लिया था।

रैली में लोगो के बड़ी संख्या में आने के चलते प्रशासन ने भी व्यापक इंतजाम किये थे। शहर के बाहर से आने वाले बड़े वाहनों के लिए अलग अलग स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था की गई थी। शहर से आने वाले लोगो के वाहनों को भी कालिका माता परिसर से काफी दूर रोक दिया गया था। पुरे रैली मार्ग के यातायात को भी रोक दिया गया था। रैली की व्यवस्था में कोई समस्या न हो इसलिए कान्वेंट स्कुल की छुट्टी भी निर्धारित समय से पहले ही कर दी गई थी ।

रैली में आने वाले लोगो के लिए कालिका माता सेवा मंडल की ओर से निशुल्क चाय की व्यवस्था की गई थी।

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