Mann Ki Baat LIVE Updates: संकट लेकर आया 2020, लेकिन आत्मनिर्भरता का सामर्थ्य सिखा गया; बोले PM मोदी
नई दिल्ली,27दिसम्बर (इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इस साल के आखिरी ‘मन की बात’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवाओं, उद्यमियों, शिक्षकों और आम लोगों समेत समाज के कई लोगों से देशहित में आगे आने की अपील की है. कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने साल 2020 में आई चुनौतियों खासकर कोरोना संक्रमण के खतरे से की. पीएम ने कहा, “इस वर्ष “चुनौतियाँ खूब आईं. संकट भी अनेक आए. कोरोना के कारण दुनिया में supply chain को लेकर अनेक बाधाएं भी आईं, लेकिन हमने हर संकट से नए सबक लिए हैं.” पीएम के कार्यक्रम के दौरान किसानों ने थाली-ताली बजाकर उनका विरोध किया.
पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस संकट की वजह से देशवासियों की सोच में बड़ा परिवर्तन आ रहा है. उन्होंने कहा, “यह परिवर्तन संकट के समय आया है और वो भी एक साल के भीतर-भीतर. इस परिवर्तन को आंकना आसान नहीं है. अर्थशास्त्री भी, इसे, अपने पैमानों पर तौल नहीं सकते.”
कोरोना संकट की चर्चा:
पीएम ने कहा कि इस दौरान देश में आशा का एक अद्भुत प्रवाह भी देखा गया है. पीएम ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान जनता कर्फ्यू जैसा अभिनव प्रयोग, पूरे विश्व के लिए प्रेरणा बना, जब, ताली-थाली बजाकर देश ने हमारे कोरोना वारियर्स का सम्मान किया था, एकजुटता दिखाई थी, उसे भी, कई लोगों ने याद किया है.
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पीएम ने कार्यक्रम के बीच कुछ चुनिंदा चिट्ठियों का भी जिक्र किया जो लोगों ने उन्हें लिखे हैं. पीएम ने कहा, “इन चिट्ठियों में, इन संदेशों में, मुझे, एक बात जो common नजर आ रही है, ख़ास नजर आ रही है, वो मैं आज आपसे share करना चाहूँगा. अधिकतर पत्रों में लोगों ने देश के सामर्थ्य, देशवासियों की सामूहिक शक्ति की भरपूर प्रशंसा की है.”
वोकल फॉर लोकल की चर्चा:
पीएम ने वोकल फॉर लोकल की बात करते हुए कहा कि अब ग्राहक भी इंडिया मेड खिलौनों की मांग कर रहे हैं. यह लोगों की सोच में आए बदलाव का जीता-जागता सबूत है. पीएम ने कहा, “साथियो, हमें #Vocal4Local की भावना को बनाये रखना है, बचाए रखना है, और बढ़ाते ही रहना है.” “जो भी Global best है, वो हम भारत में बनाकर दिखायें. इसके लिए हमारे उद्यमी साथियों को आगे आना है. Start-ups को भी आगे आना है .”
ज़ीरो इफेक्ट, ज़ीरो डिफेक्ट:
पीएम ने कहा, “Zero effect, zero defect की सोच के साथ काम करने का ये उचित समय है. उन्होंने नया शब्द गढ़ते हुए ABC की चर्चा की और इसे आत्मनिर्भर भारत चार्ट बताया. पीएम ने कहा, “मैं देश के manufacturers और industry leaders से आग्रह करता हूँ कि देश के लोगों ने मजबूत कदम उठाया है, मजबूत कदम आगे बढ़ाया है, उसमें साथ दें.”
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सिखों को साधने की कोशिश:
पीएम ने मन की बात में गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों की कुर्बानी की भी याद दिलाई और कहा, “आज के ही दिन गुरु गोविंद जी के पुत्रों, साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था. अत्याचारी चाहते थे कि साहिबजादे अपनी आस्था छोड़ दें, महान गुरु परंपरा की सीख छोड़ दें.” पीएम ने अपनी रकाबगंज गुरुद्वारे जाने के प्रसंग की भी चर्चा की और कहा, “करीब एक सप्ताह पहले, श्री गुरु तेग बहादुर जी की भी शहादत का दिन था. मुझे, यहाँ दिल्ली में, गुरुद्वारा रकाबगंज जाकर, गुरु तेग बहादुर जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का, मत्था टेकने का अवसर मिला.” उन्होंने कहा, “इस शहादत ने, हमारी सभ्यता को सुरक्षित रखने का महान कार्य किया है. हम सब इस शहादत के कर्जदार हैं.”
युवा शक्ति को किया सलाम:
पीएम मोदी ने कर्नाटक के युवा ब्रिगेड की प्रेरणादायक कहानी बताते हुए कहा कि कैसे उन्होंने एक प्राचीन मंदिर का कायाकल्प कर दिया. उन्होंने कहा कि जुनून और दृढ़निश्चय ऐसी दो चीजें हैं जिनसे लोग हर लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं. पीएम ने कहा कि जुनूनी लोगों के लिए कोई भी चुनौती बड़ी नहीं है. कुछ भी उनकी पहुँच से दूर नहीं है. उन्होंने कहा, “जब मैं भारत के युवाओं को देखता हूँ तो खुद को आनंदित और आश्वस्त महसूस करता हूँ. आनंदित और आश्वस्त इसलिए, क्योंकि मेरे देश के युवाओं में ‘Can Do’ की Approach है और ‘Will Do’ की Spirit है.”