Lata Mangeshkar Death: लता मंगेशकर का निधन, नितिन गडकरी ने की पुष्टि
मुंबई,06फरवरी (इ खबरटुडे)। अपनी सुरीली आवाज से देश-दुनिया पर दशकों तक राज करने वाली सुर-साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। वे 29 दिनों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थी। नितिन गडकरी ने इसकी पुष्टि कर दी है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी गोवा चुनाव प्रचार छोड़कर आज सुबह ही ब्रीच कैंडी अस्पताल पहुंचे थे। वहीं से उन्होंने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की। इससे पहले शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने एक के बाद एक ट्वीट किए थे, जिनसे आशंका पैदा हो गई थी।
‘भारत रत्न’ से सम्मानित वेटरन गायिका ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष की थीं। ‘भारत की नाइटिंगेल’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में फीमेल प्लेबैक सिंगिंग में एकछत्र राज किया।
जनवरी में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में वह न्यूमोनिया से पीड़ित हो गईं। हालत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। उनकी हालत में सुधार के बाद वेंटिलेटर सपोर्ट भी हट गया था। लेकिन 5 फरवरी को उनकी स्थिति बिगड़ने लगी और उन्हें फिर से वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। आखिरकार, 6 फरवरी को ‘स्वर कोकिला’ ने आखिरी सांस ली।
दिग्गज हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
लता के निधन पर भारत समेत दुनियाभर की दिग्गज हस्तियों ने शोक जताया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लिखा, ‘उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थी। लता दीदी प्रखर देशभक्त थी। स्वातंत्र्यवीर सावरकर जी की विचारधारा पर उनकी हमेशा ही दृढ़ श्रद्धा रही है। उनका जीवन अनेक उपलब्धियों से भरा रहा है। लता जी हमेशा ही अच्छे कामों के लिए हम सभी को प्रेरणा देती रही हैं। भारतीय संगीत में उनका योगदान अतुलनीय है। 30 हजार से अधिक गाने गाकर उनकी आवाज ने संगीत की दुनिया को सुरों से नवाजा है। लता दीदी बेहद ही शांत स्वभाव और प्रतिभा की धनी थी।’ शिवसेना के प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद संजय राउत ने लिखा, ‘तेरे बिना भी क्या जीना…’