December 1, 2024

Sambhal Violence: न्यायिक आयोग की टीम हिंसा की जाँच करने पहुंची संभल, सुरक्षा घेरे में जामा मस्जिद के अंदर हुई दाखिल

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संभल,01 दिसंबर(इ खबर टुडे)। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच समिति के सदस्य पहुंच गए हैं। टीम हिंसाग्रस्त इलाके में मुआयना कर रही है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भारी भरकम सुरक्षा के साथ टीम इलाके का दौरा कर रही है। 24 नवंबर को संभल जिले की शाही जामा मस्जिद में सर्वेक्षण को लेकर हिंसा भड़क गई थी।

रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच तीन सदस्यीय न्यायिक जांच समिति के सदस्य निरीक्षण के लिए शाही जामा मस्जिद में दाखिल हुए। 29 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने संभल ट्रायल कोर्ट से कहा कि शाही जामा मस्जिद के खिलाफ मुकदमे में तब तक आगे न बढ़ा जाए, जब तक मस्जिद कमेटी द्वारा सर्वेक्षण आदेश के खिलाफ दायर याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट में सूचीबद्ध नहीं हो जाती।

इससे पहले शनिवार को संभल में बवाल की जांच करने के लिए न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष सहित दो सदस्य मुरादाबाद के सर्किट हाउस पहुंचे। यहां मंडलायुक्त, डीआईजी सहित अन्य अधिकारियों ने आयोग के सदस्यों से मुलाकात की। कोर्ट के आदेश पर संभल स्थित जामा मस्जिद की जांच करने के लिए कोर्ट कमिश्नर के नेतृत्व में सर्वे टीम 24 नवंबर को गई थी।

जांच के दौरान लोगों ने सर्वे टीम का विरोध किया। पुलिस के बल प्रयोग करने पर गुस्साए लोगों ने पथराव किया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान फायरिंग भी हुई। बवाल के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई। इस मामले को लेकर कांग्रेस, सपा सहित अन्य दलों ने जोरदार ढंग से आवाज उठाई।

संसद में भी इस मामले को लेकर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच करने के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया। आयोग के अध्यक्ष हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश देवेंद्र अरोड़ा, सदस्य पूर्व डीजीपी एके जैन और रिटायर्ड अपर मुख्य सचिव अमित मोहन बनाए गए।

शनिवार को आयोग के अध्यक्ष हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश और पूर्व डीजीपी एके जैन सर्किट हाउस आए। इसकी जानकारी मिलने के बाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह, डीआईजी मुनिराज जी, एसएसपी सतपाल अंतिल शिष्टाचार भेंट करने के लिए गए। उन्होंने अधिकारियों से कुछ देर तक बातचीत की।

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