Army Espionage : सेना की जासूसी करने वाले परमजीत को हर महीने 50 हजार रुपये देती थी आईएसआई,पूछताछ में हुआ खुलासा
नई दिल्ली,17 जुलाई (इ खबर टुडे)। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले भारतीय सेना के नायक परमजीत को आईएसआई हर महीने 50 हजार रु देती थी। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किये गए सेना के नायक परमजीत ने पूछताछ में खुलासा किया है कि साल 2018 से वो हबीबउर्रहमान के जरिये पाकिस्तानी ISI के लिए काम कर रहा था। .
आईएसआई हर महीने 50 हजार रु भेजती थी
सेना की जासूसी करने के लिए हर महीने ISI परमजीत को 50 हजार रुपये महीना भेजती थी। .लॉक डाउन Lockdown में भी परमजीत को ISI ने 20 हजार रुपये भेजे थे। . ये तमाम पैसे हर महीने परमजीत की बहन के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर किए जाते थे। . कोर्ट से परमजीत की 9 दिन की क्राइम ब्रांच को रिमांड मिली है। . पूछताछ में जरूरी लगा तो क्राइम ब्रांच हबीबुर्रहमान और परमजीत को पोखरण और आगरा भी लेकर जाएगी।
6 मोबाइल में राज
पूछताछ में परमजीत ने बताया है कि वह 6 मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता था। . ये 6 मोबाइल फोन पाकिस्तानी ISI के भेजे गए पैसों से खरीदे गए थे। . आज परमजीत और हबीबुर्रहमान से कई घण्टे मिलिट्री इंटेलिजेंस और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ की। हबीबुर्रहमान को पोखरण में फिलहाल सेना में मीट सप्लाई करने का टेंडर मिला हुआ था। इसके पहले मिले टेंडर में वह सेना को सब्जी सप्लाई करता था। वह मूलरूप से बीकानेर का रहने वाला है।
बड़े जासूसी नेटवर्क स का पर्दाफाश
अब जांच एजेंसियों को यह भी पता लगाना है कि हबीब किन-किन लोगों के संपर्क में था। माना जा रहा है कि हबीबुर्रहमान सेना से जुड़ी अहम जानकारियां जुटाकर ISI को देने की फिराक में था। हबीबुर्रहमान की गिरफ्तारी से एक बड़े जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है।