Crores of transactions : चाय बेचने वाले होटल कर्मचारी के बैंक खातों से इंदौरी युवक ने करोड़ों के लेनदेन किया, दो थानों में प्रकरण, एएसपी करेंगे पूरे प्रकरण की जांच
उज्जैन,12मार्च(इ खबर टुडे)/ (ब्रजेश परमार)। तेलीवाड़ा स्थित चाय की होटल पर काम करने वाले राहुल पिता स्व.कैलाश 20 वर्ष निवासी शिवशक्ति नगर हाल मुकाम पदमावती कालोनी को 15 हजार रुपये प्रतिमाह पर ऑनलाइन काम का झांसा देने के बाद इंदौर के युवक ने उसके 4 बैंकों में खाते खुलवाकर 1 करोड़ से अधिक का लेनदेन किया। माधवनगर एवं कोतवाली थाना ने युवक की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया है। मामले में युवक पर दबाव बनाने को लेकर पुलिस भी कटघरे में आ गई। इसकी जांच एएसपी आकाश भूरिया को सौंपी गई है।
तेलीवाड़ा चौराहा स्थित चाय की दुकान पर काम करने वाले राहुल पिता स्व.कैलाश के अनुसार दीपावली के समय सत्यप्रकाश पाण्डेय नामक एक परिचित ने उसे इंदौर निवासी सौरभ गुप्ता नामक युवक से मिलवाया था। उसने युवक को फेस बुक पर विडियो अपलोड करने की नौकरी करने पर 15 हजार रूपए प्रतिमाह वेतन का झांसा देते हुए युवक के चार बैंको में खाते खुलवाए थे। इन खातों में जनवरी माह तक एक करोड से अधिक का ट्रांजेक्शन हुआ।
खाते में आई राशि को लेकर राहुल ने 23 लाख रूपए से पदमावती कालोनी में एक मकान खरीद लिया। इस पर सौरभ गुप्ता ने अपने साथियों के साथ आकर एक आवेदन माधवनगर थाने में दिया।जिस पर आरक्षक केशव रजक ने युवक राहुल को बुलाकर धमकाया। पुलिस ने आवेदकों के कहे अनुसार उससे मकान सौरभ के नाम करवाया।
मामले की शिकायत युवक राहुल ने सीएम हेल्पलाईन में की थी। इस पर युवक के गृह क्षेत्र की पुलिस को जांच आई थी। इसमें कोतवाली पुलिस की भूमिका पर ही सवाल खडे हो गए। पूरे मामले को लेकर एसपी सत्येन्द्र शुक्ला ने कोतवाली एवं माधवनगर थाना पुलिस पर उठे सवालो को लेकर एएसपी शहर आकाश भूरिया को प्रशासकीय जांच सौंपी है।
माधव नगर थाने में दर्ज एफआईआर
युवक राहुल मालवीय ने माधव नगर थाने में सौरभ गुप्ता, भोला बड़ोदिया पिता चंपालाल निवासी मालवीय नगर इंदौर व मांगीलाल उर्फ मंगलसिंह निवासी इंदौर व अन्य के खिलाफ धारा 388, 365, 342, 323, 506, 34 के तहत केस दर्ज कराया। यहां राहुल ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि दीपावली के 10-15 दिन पहले सत्यप्रकाश पाण्डेय तेलीवाड़ा स्थित होटल पर मिला था। उसने सौरभ गुप्ता निवासी इंदौर से मिलवाया।
फेसबुक पर वीडियो अपलोड करने के बदले 15 हजार रुपये प्रतिमाह देने की बात कही। इंदौर में ट्रेनिंग भी दी और चार बैंकों में खाते खुलवाये। उक्त खातों से करोडों का लेनदेन हुआ। जानकारी लगने पर राहुल ने 23 लाख रुपये खाते से निकालकर पदमावती कॉलोनी में मकान खरीद लिया तो सौरभ अपने साथी भोला, मांगीलाल व अन्य के साथ उज्जैन आया। आरक्षक केशव रजक ने माधव थाने बुलवाया। यहां पुलिस ने भोला के आवेदन पर राहुल को धमकाकर मकान सौरभ गुप्ता के नाम कराया।
कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर
राहुल मालवीय पिता कैलाश मालवीय निवासी मोहन नगर हालमुकाम पदमावती कॉलोनी कानीपुरा रोड ने अपनी मां जयश्री के साथ कोतवाली थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई जिसमें लिखा गया कि उसके दोस्त वरूण डाबी ने अपने जीजा सुनील बैरागी से कंठाल चौराहे पर मिलवाया। सुनील ने स्वयं को कोतवाली थाने का सब इंस्पेक्टर बताया और दुकान ले जाकर आवेदन टाइप कराया। सुनील ने कहा कि तुम्हारे मामले का निपटारा करवा दूंगा।
दूसरे दिन सुनील बैरागी ने सीएसपी कार्यालय बुलवाया जहां सुनील ने सीएसपी के नाम पर 5 लाख रुपये मांगे व मामला रफादफा करने की बात कही।रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद राहुल का कहना है कि रुपयों की मांग सुनील बैरागी ने की थी। वह सीएसपी पल्लवी शुक्ला के नाम से 5 लाख रुपये मांग रहा था। राहुल यह भी कहता है कि जब सीएसपी के क्षेत्र का मामला नहीं था तो उन्होंने मुझे व मेरी मां को अपने ऑफिस में बुलाकर रुपए का हिसाब क्यों मांगा।
आरोप की जांच एएसपी भूरिया करेंगे,कुल 1.07 करोड का लेनदेन
एसएसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि राहुल मालवीय की रिपोर्ट पर कोतवाली और माधव नगर थाने में फरियादी के बताए अनुसार आरोपियों पर प्रकरण दर्ज कर लिए गए हैं। पुलिस पर लगे आरोपों को लेकर आरक्षक को निलंबित किया गया है। फरियादी राहुल द्वारा कोतवाली और माधव नगर थाने के पुलिसकर्मियों पर लगाये गये आरोपी की जांच एएसपी आकाश भूरिया को सौंपी गई है। मुख्य आरोपी नहीं मिला है। दोनों थानों के प्रभारी प्रकरण में अपने स्तर पर जांच कर दोषियों की गिरफ्तारी करेंगे।