Russia Ukraine War : भारत ने रूस के खिलाफ दिया अपना वोट, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने खारिज की पुतिन की मांग
नई दिल्ली,11अक्टूबर(इ खबर टुडे)। रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस बीच सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने रूस के आह्वान को सार्वजनिक रूप से खारिज करने के लिए मतदान किया। बता दें कि रूस ने 193 सदस्यीय निकाय द्वारा इस हफ्ते एक गुप्त मतदान आयोजित करने के लिए कहा था। ये मतदान इस बात के लिए हो रहा था कि क्या यूक्रेन में आंशिक रूप से कब्जे वाले चार क्षेत्रों में मास्कों के कदम की निंदा की जाए या नहीं।
भारत ने रूस के खिलाफ दिया वोट
संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने गुप्त मतदान की जगह सार्वजनिक मतदान के पक्ष में मतदान किया। भारत ने हां में वोट दिया तो वहीं चीन, ईरान और रूस सहित 24 देशों ने अपना वोट नहीं डाला। वहीं रूस के प्रस्ताव को खारिज करते हुए अल्बानिया ने भी गुप्त वोट के बजाय सार्वजनिक वोट की मांग करते हुए प्रक्रियात्मक वोट का आह्वान किया। बता दें कि इस सप्ताह के अंत में यूएनजीए में एक सार्वजनिक मतदान होगा।
महासभा ने कहा- सार्वजनिक होगा मतदान
निंदा प्रस्ताव को लेकर महसभा ने 107 मतों के पक्ष में निर्णय लिया कि गुप्त मतदान की जगह सार्वजनिक वोट आयोजित किया जाएगा। राजनयिकों के मुताबित निंदा प्रस्ताव पर मतदान बुधवार या गुरूवार को होने की संभावना है। बता दें कि केवल 13 देशों ने रूस का समर्थन करते हुए मसौदा प्रस्ताव पर सार्वजनिक मतदान का विरोध किया। अन्य 39 देशों ने मतदान से परहेज किया। वहीं सार्वजनिक मतदान को लेकर रूस और चीन ने मतदान नहीं किया।
बुधवार को होगा निंदा प्रस्ताव पर मतदान
महासभा ने सोमवार को फैसला किया कि वह मसौदा प्रस्ताव पर एक सार्वजनिक वोट करेगी न कि गुप्त वोट। रूस ने महासभा को इस फैसले पर पुनर्विचार करने की पूरी कोशिश की लेकिन वह विफल रहे। मास्को, यूक्रेन में आंशिक रूप से कब्जे वाले चार क्षेत्रों – डोनेट्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज़्ज़िया को जोड़ने के लिए स्थानांतरित हो गया है। मास्को के इस कदम को यूक्रेन नेअवैध और जबरदस्ती करार दिया है।
रूस क्यों कराना चाहता है गुप्त मतदान
सोमवार को बैठक के दौरान रूस के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने मास्को की निंदा करने के दबाव पर सवाल उठाया था। वसीली नेबेंजिया ने कहा, “इसका शांति और सुरक्षा या संघर्षों को निपटाने की कोशिश से क्या लेना-देना है?”
यूक्रेन ने की निंदा
सोमवार को शुरू हुई संयुक्त राष्ट्र की बैठक में यूक्रेन ने रूस को आतंकी देश बताया। रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए ताबड़तोड़ हमलों को देखते हुए तत्काल रूप में बुलाई गई इस बैठक में रूस की हमला करने के लिए निंदा की गई।
यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लित्स्या ने रूसी हमले का जिक्र किया और कहा कि बमबारी इतनी ज्यादा थी कि उनके कुछ करीबी रिश्तेदार एक आवासीय इमारत में फंस गए। उन्होंने कहा कि अपने घरों में सो रहे नागरिकों पर मिसाइल हमले करके या स्कूलों में जाने वाले बच्चों को निशाना बनाकर रूस ने यह दिखा दिया है कि यह एक आतंकवादी देश है जिसे मजबूत तरीके से रोका जाना चाहिए।
अमेरिका ने भी कि रूस की निंदा
सोमवार को रूस द्वारा यूक्रेन की राजधानी कीव पर 85 मिसाइलों से अटैक करने के बाद अमेरिका ने भी रूस की कड़ी निंदा की। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर दबाव डाला कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा की गई यूक्रेन पर कार्रवाई पूरी तरह से अस्वीकार्य थी। ब्लिंकन ने एक बयान में कहा, “अब यूक्रेन के समर्थन में बोलने का समय है।