April 27, 2024

Terrorist Property : जम्मू-कश्मीर में आतंक पर चोट, खूंखार टेररिस्ट की संपत्ति जब्त, पिछले महीने पाकिस्तान में हुआ था ढेर

श्रीनगर, 05 मार्च(इ खबर टुडे)। जम्मू कश्मीर में आतंकवाद पर लगातार चोट जारी है। कुछ समय से घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले आतंकियों की संपत्ति को कुर्क किया जा रहा है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हिजबुल मुजाहिदीन के एक और आतंकवादी की संपत्ति जब्त कर दी। जिस आतंकी की संपत्ति जब्त की गई। पिछले महीने 20 फरवरी को रावलपिंडी में उसको मार गिराया गया था। एनआईए के अधिकारियों ने जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया, ‘हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर रहा आतंकवादी बशीर अहमद पीर, उत्तरी कश्मीर जिले क् क्रालपोरा के बाबरपोरा इलाके का रहने वाला था। 21 फरवरी को रावलपिंडी में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। ’ उन्होंने बताया कि पाकिस्तान से संचालित आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत उसकी संपत्ति को जब्त कर लिया गया है।

बता दें कि एनआईए ने इससे पूर्व बीते 3 मार्च को जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ के आतंकी बासित अहमद रेशी की संपत्ति कुर्क की थी। रेशी इस वक्त पाकिस्तान में है और वहीं से कश्मीर घाटी में भारत-विरोधी गतिविधियां चला रहा है। केंद्र सरकार ने इसे भी आतंकी घोषित कर रखा है. वहीं बीते 2 मार्च को अल-उमर मुजाहिदीन के संस्थापक और मुख्य कमांडर मुश्ताक जरगर उर्फ लट्राम की श्रीनगर स्थित संपत्ति को सील कर दिया गया था।

अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि एनआईए की टीम ने आतंकी पीर उर्फ इम्तियाज आलम की करीब 1000 गज के अधिक की जमीन जब्त की है। यह कार्रवाई यूएपीए एक्ट के तहत की गई। बता दें कि बशीर कश्मीर में आतंकवाद के लिए युवाओं को जुटाने और उन्हें हथियार व गोला-बारूद मुहैया कराने में अहम भूमिका निभा चुका था।

बशीर मीर पीओके से आतंकी शिविरों और लॉन्च पैड्स कोऑर्डिनेट कर रहा था। साथ ही वह लेपा सेक्टर में लंबे समय से एक्टिव था। बता दें कि पिछले साल चार अक्टूबर को कश्मीर घाटी में भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के कारण केंद्र सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकी घोषित किया था। वह पिछले 15 साल से पाकिस्तान में ही रह रहा था, जहां उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।

अब तक पांच आतंकियों की संपत्ति कुर्क

बताया गया कि अब तक एनआईए ने पांच नामित आतंकवादियों की संपत्ति कुर्क की है। इनमें अमेरिका में बैठा गुरपतवंत सिंह पनुन, कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर, पाकिस्तान में बैठा आतंकी मुश्ताक जरगर उर्फ लटरम, बासित अहमद पीर व केसीएफ (पंजवार) परमजीत सिंह शामिल हैं। इसके अलावा एनआईए ने हाल ही में यूएपीए के तहत श्रीनगर में हुर्रियत कार्यालय को कुर्क कर लिया, जो आंशिक रूप से नईम खान के नाम पर था, जिसे हुर्रियत टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने चार्जशीट किया था।

सीमा पार से घाटी में टीआरएफ नेटवर्क

सूत्रों ने बताया कि लश्कर पर प्रतिबंध के बाद इसके छद्म संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने घाटी में आतंकी गतिविधियां चलाना शुरू कर दिया। इसमें लक्षित हत्याओं के साथ ही सुरक्षा बलों पर हमले, आईईटी प्लांट करने से लेकर संगठन के लिए युवाओं को बरगलाना शामिल है। सूत्रों के अनुसार चूंकि बासित कश्मीर का ही रहने वाला है। इस वजह से उसे यहां की भौगोलिक स्थिति के साथ ही पूरे ओवर ग्राउंड नेटवर्क की जानकारी है। उसे पता है कि फिलहाल किस आतंकी संगठन के साथ कौन सा नेटवर्क काम कर रहा है। इस वजह से उसने पूरे नेटवर्क को कश्मीर के 10 जिलों में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। हाइब्रिड आतंकियों की फौज खड़ी कर दी। सूत्रों के अनुसार टारगेट तय करने के साथ ही टीआरएफ के हाइब्रिड आतंकियों को हथियार भी मुहैया कराता था। हमले के लिए रेकी करने से लेकर अन्य कामों के लिए पैसे का भी इंतजाम करता था।

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