November 23, 2024

दिल्‍ली के चांदनी चौक पर हनुमान मंदिर तोड़े जाने से लोगों में भारी रोष, कार्रवाई पर उठे सवाल

नई दिल्ली,05 जनवरी (इ खबरटुडे)। चांदनी चौक में पुराने हनुमान मंदिर को तोड़े जाने से लोगों में ना केवल गुस्‍सा है बल्कि पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल भी उठ रहे हैं। विकास के नाम पर इस मंदिर को ताबड़तोड़ तरीके से हटा दिया गया। इससे लोगों में भारी रोष है। कहा जा रहा है कि मंदिर चांदनी चौक के मुख्य मार्ग के बीच रहा था। अब इसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है।

लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है। लोगों का कहना है कि जब अन्य धार्मिक स्थानों के लिए छूट है तो मंदिर ही क्यों तोड़ा गया है। पुलिस ने रविवार तड़के मंदिर को तोड़ा, वहां रखी मूर्तियों और अन्य चीजों को पास के मंदिर में रखवा दिया, तोड़ फोड़ के दौरान निकले मलबे को भी तत्काल हटा दिया गया और कुछ घंटे के अंतराल पर ही वहां सड़क भी बना दी गई, जिससे मंदिर होने का कोई सबूत न रह जाए।

सुबह वहां का नजारा देखकर लोग दंग रह गए। भाजपा वाले आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार मान रहे हैं और आम आदमी पार्टी वाले मंदिर तोड़े जाने को लेकर भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि मंदिर भाजपा शासित नगर निगम ने तोड़ा है। अब जनता यही सवाल उठा रही है कि मंदिर तोड़ने के लिए जिम्मेदार कौन है?

मामले ने पकड़ा तूल
प्राचीन हनुमान मंदिर तोड़े जाने जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को चांदनी चौक इलाके में मंदिर तोड़े जाने को लेकर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। इससे पहले सोमवार को उपराज्यपाल से मुलाकात के बाद विश्व हिंदू परिषद के नेता आलोक कुमार ने कहा था कि हमने उपराज्यपाल से कहा है कि वे उच्च न्यायालय में प्रार्थना पत्र लगाकर मंदिर के पुनर्स्थापना के लिए अनुमति लें तथा उसी स्थान पर मंदिर को दोबारा स्थापित करें।

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