December 25, 2024

“हंसना हसाना दुनिया की सबसे बड़ी इबादत”- हल्ला गुल्ला का आयोजन संपन्न,कई कवियों ने किया रचनापाठ

halla gulla

रतलाम, 06 दिसम्बर ( इ खबर टुडे)। हंसना हंसाना इस दुनिया की सबसे बड़ी इबादत है अगर यह इबादत नेक कार्य में लगती तो उसके सार्थक परिणाम हमारे सामने आते हैं इन्हीं भावनाओं से लबालब भरी हुई अपनी भावनाओं के साथ आज सभी आमंत्रित कवियों ने अपने रचना के माध्यम से वर्तमान व्यवस्थाओं पर जो कटाक्ष व्यंग किया वह निश्चित रूप से अपनी सार्थकता सिद्ध करते हुए समाज में एक नई इबारत लिखेगा आज के दौर में सभी इन्सान किसी न किसी तनाव या बीमारी से त्रस्त हैं ऐसे में मिनी हल्ला गुल्ला ने तनाव से मुक्त करते हुए उपस्थित श्रोताओं को हंसाने में सफलरहा हैं । उक्त उधबोधन वरिष्ठ कवि विनोद गगरानी मन्दसौर ने मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किया ।

आयोजन की अध्यक्षता लेखिका एवं संयोजिका श्रीमती इन्दु सिन्हा ने हल्ला गुल्ला के आगामी आयोजन की रूपरेखा पर विचार करते हुए कहा कि यह मंच एक सशक्त मंच है इस मंच के माध्यम से समाज को नई दशा और दिशा देने का काम कर रहा है ।

विशेष अतिथि चिंतक कवि आज़ाद भारती ने हल्ला गुल्ला के संस्मरण साझा किये और विश्वास के साथ कहा कि साहित्यकार को अपने कर्तव्यों का पालन करने से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए क्योंकि कर्तव्य पालन ही बड़ा धर्म है । कर्तव्य परायणता जीवन में प्रगति की आधारशिला होती है यही वजह है कि आज मिनी हल्लागुल्ला के इस पावन अवसर पर आपकी उपस्थिति इस बात को इंगित करतीं हैं कि कर्तव्य पालन व्यक्ति की कर्तव्य निष्ठा का परिचय देती है ।

कार्यक्रम के प्रारंभ में यशपालसिंह यश गुरुग्राम हरियाणा एवं फिल्मी गीतकार यशपाल तंवर मुम्बई ने दीप प्रज्वलित कर सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण किया । मां शारदा की वंदना हास्य व्यंग्य कवि सूत्रधार जुझारसिंह भाटी ने करते हुए कहा “गीता बाइबिल क़ुरआन से बड़ा वतन हैं तेरे आशीष से साहित्य में चमन हैं” । इसके पश्चात आमंत्रित रचनाकारों में रामचंद्र गहलोत अंबर और हरिशंकर भटनागर ने गीत के माध्यम से मेहफील में समा बांध दिया वहीं हास्य कवि प्रकाश हेमावत ने छोटी-छोटी बातों को हास्य की व्यंग्यात्मक शैली में कह कर हास्य का माहौल बनाया। आशा उपाध्याय ने खुबसूरत अंदाज़ में ग़ज़ल पढ़ी ।

वैदेही कोठारी ने श्रद्धा के प्यार के टुकड़े टुकड़े को लेकर जो रचना पढ़ी उस रचना ने सोचने और समझने के लिए मजबूर कर दिया। रश्मि मनीष पंडित ने अपनी कविता में पुरानी यादों को याद करते हुए अपनी बात कही । श्याम सुंदर भाटी ने सागर आजमी की गजल सुनाई । सुरेश माथुर ने अपनी मालवी भाषा में रतलाम शहर पर केंद्रित रचना पढ़ी । राजेश भार्गव ने कविता में अपनी हास्य व्यंग्य गीत ग़ज़ल से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया ।इस अवसर पर सभी रचनाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट किये । विशेष रूप से उपस्थित दिनेश गेहलोत , कीर्तिकुमार शर्मा , प्रमोद वोहरा , छत्रपालसिंह ग्राम बड़ोदा , भेरूसिंह सोलंकी , हरिप्रसाद श्रीवास्तव सहित आदि उपस्थित रहे । मिनी हल्ला गुल्ला सीजन 2 का संचालन व्यंग कवि जुझार सिंह भाटी ने किया एवं आभार रेकी ग्रांड मास्टर श्रीमती सुशीला भाटी ने व्यक्त किया ।

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