handicapped : शासन दिव्यांगों की सहायता के लिए कृत-संकल्पित, शहर में पूर्व में भी दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल कराई उपलब्ध कराई : विधायक श्री काश्यप
रतलाम,26मार्च(इ खबर टुडे)। रतलाम के रंगोली सभागृह में शनिवार को पीटीसी एनर्जी एवं पीटीसी फाउंडेशन की सीएसआर कार्यक्रम के तहत जिला प्रशासन तथा एलिम्को द्वारा दिव्यांगजनों की मदद के लिए वितरण शिविर आयोजित किया गया, जहां 28 लाख 66 हजार रुपए मूल्य के 198 कृत्रिम अंग तथा सहायक उपकरण 115 दिव्यांगजनों को वितरित किए गए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक शहर चेतन्य काश्यप ने कहा कि केंद्र तथा राज्य शासन दिव्यांगजनों की सहायता के लिए कृत संकल्पित है। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में विधायक तथा कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम उपस्थित थे। अध्यक्षता एलिम्को के स्वतंत्र निर्देशक उमेश झालानी ने की। एसडीएम राजेश शुक्ला, पीटीसी फाउंडेशन के वरिष्ठ प्रबंधक राहुल कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक पीटीसी फाउंडेशन पीयूष शंकर, प्रबंधक श्री सुनील कुमार, उपसंचालक सामाजिक न्याय श्रीमती संध्या शर्मा, अशोक पोरवाल, प्रदीप उपाध्याय, मनोहर पोरवाल, बलवंत भाटी, जयवंत कोठारी, अरुण राव, अरुण त्रिपाठी, नीलेश गांधी, मयूर पुरोहित, हेमंत राहोरी, सुधीर तिवारी, आनंद कातरकर आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए विधायक श्री काश्यप ने कहा कि पीटीसी फाउंडेशन, पीटीसी एनर्जी धन्यवाद के पात्र हैं कि उनके द्वारा रतलाम का चयन दिव्यांगजनों की सहायता के लिए किया गया अन्यथा ऐसा भी देखा जाता है कि अन्य कंपनियां अपने ही क्षेत्रों में अपनी सीएसआर राशि का उपयोग कर लेती है। श्री काश्यप ने कहा कि पूर्व सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत के नेतृत्व में केंद्रीय विभाग द्वारा रिकॉर्ड रूप में दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग उपकरणों, मोटराइज्ड साइकिलों का पूरे देश भर में वितरण किया गया है जो कि एक अनुपम उदाहरण है। श्री काश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा दिव्यांगजनों के लिए पूरी आत्मीयता के साथ अपने दायित्व का निर्वहन किया जा रहा है। हमने शहर में पूर्व में भी दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल उपलब्ध कराई है और आज के शिविर में भी मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल उपलब्ध कराई जा रही है। श्री काश्यप ने कहा कि अब हमारा प्रयास है कि शासन के नियमों में 50 से 60 प्रतिशत दिव्यांगता वालों को भी मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल देने का प्रावधान शामिल हो सके, इसके लिए चर्चा की गई है। श्री काश्यप ने कहा कि मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल के पीछे बॉक्स पर कंपनियों के विज्ञापन अंकित करवाए जाना चाहिए जिसका लाभ राशि के रूप में दिव्यांगजनों को मिल सकेगा।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि इस प्रकार के बड़े स्तर के शिविर निश्चित रूप से दिव्यांगजनों के लिए मददगार साबित होते हैं। जिला प्रशासन द्वारा दिव्यांगजनों को विभिन्न योजनाओं में जितनी भी मदद का प्रावधान है वह शत-प्रतिशत रूप से उपलब्ध कराई जा रही है, जो शेष रह गए हैं उनको भी शीघ्र ही समस्त प्रकार की मदद उपलब्ध करा दी जाएगी।
स्वतंत्र निर्देशक एलिम्को उमेश झालानी ने भी संबोधित किया। एलिम्को के जूनियर मैनेजर उज्जैन मृदुल अवस्थी ने प्रारंभिक उद्बोधन दिया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा दिव्यांगजनों को कृत्रिम उपकरण वितरित किए गए। शिविर में 53 दिव्यांगों को मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल प्रदान की गई। इसके अलावा 18 ट्राईसाईकिल, 16 व्हीलचेयर, 66 बैसाखी, 11 छड़ी, 18 कान की मशीन, 4 एमएसआईईडी किट ,11 कृत्रिम अंग एवं कैलीपर्स तथा 1 सिपी चेयर दिव्यांगों को प्रदान की गई।