Third wave/तीसरी लहर से पहले खुशखबरी, भारत में बच्चों को इसी माह से मिलेगी वैक्सीन
नई दिल्ली,05 जून (इ खबरटुडे)। कोरोना काल में देश की हर तरह की जनता परेशान है। कोरोना काल का यह दौर खतम होने का नाम तक नहीं ले रहा। कोरोना की पहली लहर फिर दूसरी लहर और अब तीसरी लहर के कारण लोग परेशान हो रहे हैं। लोगों का परेशान होना भी जायज है। क्योंकि यह तीसरी लहर अब बच्चों पर हावि होने वाली है। पहली और दूसरी लहर में जवान और बूढ़े-बुजुर्ग प्रभावित हुए तो अब तीसरी लहर बच्चों को प्रभावित करने वाली हैं। लेकिन इसे लेकर एक खबर ऐसी भी आ रही है, जिसे जानने के बाद आपकी चिंता थोड़ी कम हो जाएगी।
अब तक कोरोना की रोकथाम को लेकर सरकार ने वैक्सीन का प्रबंध किया है, जो बूढ़े-बुजुर्गों से लेकर जवान लोगों के लिए ही थी। और बच्चों को लगने वाली वैक्सीन का दूर-दूर तक कोई इंतजाम नहीं था। वहीं कोरोना की तीसरी लहर ने देश के तमाम बच्चों के अभिभावकों की परेशानी बढ़ा दी थी। क्योंकि तीसरी लहर आमतौर पर बच्चों को ही प्रभावित कर रही है। ऐसे में उनको वैक्सीन लगने का प्रबंध किया जाना बेहद जरूरी है। तो वहीं देश के अभिभावकों के लिए अब अच्छी खबर यह है कि जल्द ही देश में वैक्सीन सकती है।
कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा घातक होने की खबरों के बीच एक अच्छी खबर यह है कि देश में जल्द ही बच्चों के लिए वैक्सीन उपलब्ध होगी। केन्द्र सरकार ने शुक्रवार को संकेत दिए हैं कि बच्चों के लिए कोरोना टीका इसी महीने आ सकता है। सरकार के मुताबिक, जायडस कैडिला के टीके को जल्द मंजूरी दी जा सकती है। जिसके परीक्षण 12 से 18 साल की आयु के बच्चों पर भी हुए हैं।
जायडस कैडिला की वैक्सीन का परीक्षण
अच्छी खबर यह है कि जायडस कैडिला की वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण पूरे हो चुके हैं। परीक्षण के दौरान 12 से 18 साल वाले 800-100 बच्चों को शामिल किया गया था। इसलिए इस टीके को 12 से 18 साल के आयु वर्ग के बच्चों के लिए मंजूरी मिलने के ज्यादा आसार हैं। शुक्रवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि अभी को वैक्सीन के बच्चों का परीक्षण शुरू हुआ है। लेकिन उसके पूरे होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा, क्योंकि परीक्षण प्रतिरोधक क्षमता के होते हैं और जायडस कैडिला के टीके के परीक्षण बच्चों पर हो चुके हैं। आशा है कि अगले दो सप्ताह में वह लाइसेंस के लिए आ सकती है।
इस महीने टीके हो सकते हैं उपलब्ध
जानकारी के लिए आपको बतादें कि अंतिम फैसला एक विशेषज्ञ समूह परीक्षण के आंकड़ों के आधार पर करता है। यदि दो सप्ताह के अंदर वह लाइसेंस के लिए आवेदन करता है तो मुश्किल से एक सप्ताह और मंजूरी की प्रक्रिया में लगेगा। यानी इसी महीने टीका उपलब्ध हो सकता है। कैडिला के प्रवक्ता ने कहा कि टीके के तीनों चरण के परीक्षण पूरे हो गए हैं और आंकड़े एकत्र किए जा रहे हैं। उसके बाद मंजूरी के लिए ड्रग कंट्रोलर को आवेदन किया जाएगा।
त्वचा में दिया जाने वाला टीका
अब इस टीके की खुराक की बात करें तो यह कैडिला टीका तीन खुराक का होता है। त्वचा में दिया जाने वाला इंट्राडर्मल टीका इंजेक्शन के द्वारा नहीं दिया जाता है बल्कि यह एक अलग डिवाइस से चमड़ी में डाला जाता है। इसलिए बच्चों के लिए यह टीका ज्यादा उपयोगी होगा। जब इसका दूसरा चरण का परीक्षण होगा तो 12 साल से छोटे बच्चे इसमें शामिल होगें। यानी कि इसके बाद 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए टीका उपलब्ध होगा।