May 15, 2024

Fraud in registration/सिंचित भूमि को असिंचित बताकर पंजीयन में धोखाधडी, 4 कृषकों पर प्रकरण दर्ज

उज्जैन,01 नवंबर (इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार)। घट्टिया तहसील के पंजीयन कार्यालय के साथ स्टाम्प एवं पंजीयन शुल्क में धोखाधडी का मामला हुआ है।इसे लेकर घट्टिया थाना पुलिस ने 4 कृषकों पर प्रकरण दर्ज किया गया है।

कलेक्टर आशीषसिंह को पिछले दिनों गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि घट्टिया तहसील के कुछ भूमिस्वामी ने सिंचित जमीन को असिंचित बताकर विक्रय किया है। इसमें कूटरचना कर शासन के स्टाम्प एवं पंजीयन शुल्क की चोरी की गई है।

शिकायत की जांच में विक्रय की गई भूमि सिंचित होना पाई गई। जांच में लिये गये उक्त तीन दस्तावेजों में रजिस्ट्रीकर्ता पक्षकारों के द्वारा प्रस्तुत खसरों के कॉलम नम्बर 12 की कैफीयत में जो खसरा लगा है वह कूटरचना कर प्रस्तुत किया जाना सामने आया। जबकि लोक सेवा केन्द्र द्वारा प्रमाणित खसरा के कॉलम नम्बर 12 में भूमि सिंचित है।

ग्राम घट्टिया के भूमिस्वामी कमल पिता देवीसिंह ने भूमि सर्वे नम्बर 943/3/3 रकबा 0.39 हेक्टेयर जो कि सिंचित थी, असिंचित बताकर विक्रय कर दी और राज्य शासन को स्टाम्प एवं पंजीयन शुल्क 55 हजार 564 रुपये की क्षति पहुंचाई।

इसी तरह ग्राम उज्जैनिया के भूमिस्वामी कलाबाई पति सिद्धू, लीलाबाई पति सिद्धू द्वारा 16 फरवरी 2021 को सर्वे नम्बर 1452 रकबा 0.52 हेक्टेयर जो सिंचित भूमि थी, को असिंचित बताकर विक्रय किया गया, जिससे शासन को स्टाम्प एवं पंजीयन शुल्क का कुल 25 हजार 134 रुपये की क्षति पहुंचाई गई।

ग्राम पानबिहार भूमिस्वामी जितेन्द्र पिता मांगीलाल द्वारा 16 फरवरी 2021 को सर्वे नम्बर 1659/1/1 रकबा 0.35 हेक्टेयर जो सिंचित थी, को असिंचित का दस्तावेज बनाकर पेश कर विक्रय कर दी गई, जिससे शासन का स्टाम्प शुल्क का 39 हजार 399 रुपये की हानि हुई।प्रकरण में चारों व्यक्तियों के विरूद्ध उप पंजीयक ने घट्टिया थाने में भादवि की धारा 420,34 में प्रकरण दर्ज करवाया है।

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