November 18, 2024

Last Parliament Session : ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के नाम रहे पांच साल’,नए संकल्पो के साथ प्रवेश करेंगे 18 वी लोकसभा में- सांसदों को बिदाई देते हुए बोले प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली,10 फरवरी(इ खबर टुडे)। संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सांसदों को अपने सम्बोधन के जरिये बिदाई दी और अच्छे कार्य काल के लिए सभी सांसदों और लोकसभा अध्यक्ष का आभार भी जताया। । पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 17वीं लोकसभा के सत्रों में लिए गए अहम फैसलों का जिक्र किया। साथ ही, उन्होंने राम मंदिर के बारे में भी अपना पक्ष रखा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नए-नए बेंचमार्क 17वीं लोकसभा ने बनाए हैं। आजादी के 75 वर्ष पूरा होने के उत्सव पर सदन ने अत्यंत महत्वपूर्ण कामों का नेतृत्व किया। आजादी के 75 वर्ष को देश ने जी भरकर उत्सव की तरह मनाया है। इसमें हमारे माननीय सांसदों और इस सदन की बहुत बड़ी भूमिका रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के बाद 75 वर्षों तक हमारी न्याय व्यवस्था अंग्रेजों के बनाए नियमों से तय होती रही, लेकिन अब हमारी आने वाली पीढ़ियां गर्व से कहेंगी कि हम उस समाज में रहते हैं जो दंड-संहिता नहीं बल्कि न्याय सहिंता को मानता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सत्र गेम चेंजर रहा! 21वीं सदी के भारत की नींव रखते हुए विभिन्न सुधार लागू किए गए हैं। भारत अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि मैं यह बात अत्यंत संतुष्टि के साथ कह सकता हूं कि जिन बदलावों का पिछली पीढ़ियों ने लंबे समय से इंतजार किया था, वे 17वीं लोकसभा के दौरान साकार हुए हैं।

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “इस कार्यकाल में बहुत सारे रिफॉर्म्स हुए हैं। 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव उन सारी बातों में नजर आती है। बदलाव की तरफ देश तेज गति से आगे बढ़ा है और सदन के सभी साथियों ने अपनी हिस्सेदारी निभाई है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश को आगे बढ़ने के लिए बहुत-सी रुकावटों को हटाना होगा। हमने बहुत-से गैर-जरूरी कानूनों को हटाया है। छोटे-छोटे मामलों में जेल की सजा थी। नागरिक पर भरोसी बढ़ाने का काम 17वीं लोकसभा ने किया है। 180 के ज्यादा प्रावधान बदले गए हैं, जो इसी सदन के सांसदों ने किया है। मध्यस्थता का काम सांसदों ने जिम्मेदारी से पूरा किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “हमने आतंकवाद के विरुद्ध सख्त कानून बनाए है। मुझे पक्का विश्वास है उसके कारण जो लोग ऐसी समस्या से जुझते हैं, उनको एक बल मिला है। भारत को पूर्ण रूप से आतंकवाद से मुक्ति का एक अहसास हो रहा है और वो सपना भी पूर्ण होकर रहेगा।”

प्रधानमंत्री मोदी ने 17वीं लोक सभा के अंतिम सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि जैसे ही हम 17वीं लोकसभा का समापन करेंगे, हम 100% से अधिक उत्पादकता हासिल करने के संकल्प के साथ 18वीं लोकसभा में प्रवेश करेंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि डेटा प्रोटेक्शन बिल लाकर युवा पीढ़ी को एक शस्त्र दिया है, जिसे आने वाले समय में वह सही से इस्तेमाल करेंगे। दुनिया के कई देश इस एक्ट के प्रति आकर्षित हुए हैं। इस बिल में सभी जरूरी बातें दी गई है। भारत विविधता से भरा देश है, जिसके पास बहुत बड़ा डेटा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पांच सालों में युवाओं के लिए अहम फैसले लिए गए। पेपर लीक को लेकर हमने अहम कानून बनाए हैं। सभी सांसदों ने देश के युवाओं के हक में महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। परिवर्तन के लिए अनुसंधान जरूरी है। पांच सालों में अनुसंधान को प्रोत्साहन देने का भी काम किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीन तलाक और नारी शक्ति के सम्मान का काम 17वीं लोकसभा ने किया है। नारी शक्ति के हक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। धारा 370 को हटाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का नवनिर्माण भारत की प्राणप्रतिष्ठा है। पांच सदियों के संघर्ष के बाद भारत ने अपने राम को पाया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नया संसद भवन हमारी विरासत और स्वतंत्रता की भावना को समाहित करता है, जिसे हमने पहली बार 1947 में अनुभव किया था। पवित्र सेनगोल हमारी आने वाली पीढ़ियों को उन आदर्शों की याद दिलाएगा, जिनका हम पालन करते हैं और चुनौतीपूर्ण समय के दौरान उन्हें प्रेरणा देते रहेंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं माननीय सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त करता हूं कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब मैंने माननीय सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया। भारत के नागरिकों को प्रेरित करने के लिए माननीय सदस्यों ने अपने-अपने वेतन और भत्ते में 30% की कटौती करने का निर्णय लिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सदन के नेता और एक सहयोगी के रूप में आप सभी को धन्यवाद। अध्यक्ष महोदय, मैं आपको धन्यवाद देता हूं। आपके चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहती है। आपने हर स्थिति को पूरे धैर्य और स्वतंत्रता के साथ निपटाया है।

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