पुलिस थाना परिसर में लगी आग, लक्जरी कारें और बाइक जलकर हुई खाक, कैदियों को दूसरे थाने में किया शिफ्ट
इंदौर,14 अप्रैल (इ खबरटुडे)। लसूड़िया थाना परिसर में बुधवार रात आग लगने से हड़कंप मच गया। अग्निकांड में लाखों रुपये की लक्जरी कारें व बाइक जलकर खाक हो गईं। ये कारें शराब और भूमाफियाओं से जब्त की गई थीं। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पा लिया लेकिन गाड़ियां जल गई हैं। पुलिस ने आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया है।
जानकारी के मुताबिक घटना बुधवार देर रात करीब दो बजे हुई। लसूड़िया थाने के पीछे परिसर में पुलिस ने जब्त किए गए वाहन रखे थे। पुलिसकर्मी गश्त की रवानगी में व्यस्त थे इसी दौरान आग की लपटें नजर आई। जब तक पुलिसकर्मी वहां जाकर देखते तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी। पुलिस जवानों व अफसरों ने अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। देखते ही देखते करीब 50 बाइक जलकर राख हो गई। इसी बीच दमकल को सूचना दी गई। दमकल वाहन पहुंचा और आग बुझाई। हालांकि आग थाने के पिछले परिसर में लगी थी, अगर थोड़ी देर होती तो थाना भी इसकी चपेट में आ जाता।
पुलिस के अनुसार बुधवार को ही कुछ वाहन अलग-अलग कर नीलामी की प्रक्रिया शुरू करवाई थी। इसलिए यहां कुछ गाड़ियां अलग हो चुकी थीं। करीब 50 बाइक व दो कारें जल गई। एक मर्सिडीज भूमाफिया रितेश उर्फ चंपू अजमेरा की बताई जा रही है। चंपू को पुलिस ने फीनिक्स देवकॉन जमीन घोटाले में गिरफ्तार किया था, तब कार जब्त हुई थी। आग में एक फॉर्च्यूनर भी जली है जिसकी पुलिस जांच कर रही है। घटना के वक्त थाने में स्टाफ कम था। कुछ पुलिसकर्मी गश्त पर रवाना हो गए थे और कुछ रवाना हो रहे थे। आग की जैसे ही जानकारी लगी, गश्त पर गए पुलिसकर्मी लौट आए। पुलिस ने बताया कि थाना भवन के पीछे ट्रांसफॉर्मर लगा हुआ है। संभवतः शॉर्ट सर्किट होने के कारण निकली चिंगारी से आग लगी है।
स्टाफ निकल आया बाहर
बताया जा रहा है कि आग लगने के बाद पूरा स्टाफ बाहर निकल आया था। पीछे बने टीआई के केबिन से भी सामान बाहर निकाला गया। इस दौरान सूचना पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। यहां गार्ड लगाकर हवालात के कैदियों को विजयनगर थाने में शिफ्ट किया गया। पुलिस थाने के पीछे 15 क्वार्टर बने हुए हैं। ट्रांसफॉर्मर में आग लगने के चलते थाने और क्वार्टर की बिजली बंद हो गई थी। आठ क्वार्टरों में पुलिस कर्मचारी परिवार सहित रहते हैं। इन परिवारों के 40 लोगों को थाने के समीप एक होटल में शिफ्ट किया गया, जबकि शेष 7 में पुलिस जवान रहते हैं।