Fever Clinic Closed अभी खत्म नहीं हुआ कोरोना लेकिन जिला चिकित्सालय का फीवर क्लिनीक हुआ बन्द
रतलाम,24 मई (इ खबरटुडे)। जिले में कोरोना का असर धीरे धीरे कम होता नजर आ रहा है,लेकिन कोरोना से मरने वालों की तादाद में अब तक कमी नहीं आई है। कोरोना भी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। लेकिन लगता है कि प्रशासन ने कोरोना को खत्म हे चुका मान लिया है। शायद इसी का असर है कि जिला चिकित्सालय में संचालित किया जा रहा फीवर क्लिनीक बिना किसी पूर्व सूचना के बन्द कर दिया गया है।
जिला अस्पताल का फीवर क्लिनीक बन्द होने की वजह से सोमवार को कई लोग जांच और इलाज कराए बगैर वहां से लौटे। कुछ दिनों पहले तक फीवर क्लिनीक पर मरीजों की लम्बी लम्बी कतारें लग रही थी,लेकिन कोरोना पर नियंत्रण करने के लिए प्रशासन से सीधे फीवर क्लिनीक ही बन्द करने का निर्णय ले लिया।
हांलाकि अधिकारिक तौर पर इसे बन्द करने की बजाया स्थानान्तरण कहा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की प्रभारी डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन ने इ खबर टुडे को बताया कि फीवर क्लिनीक को जिला अस्पताल से आम्बेडकर भवन में स्थानान्तरित कर दिया गया है। सुश्री जैन के मुताबिक जिला चिकित्सालय में अन्य बीमारियों के मरीजों की भी बडी संख्या मौजूद रहती है और फीवर क्लिनीक में कोरोना संदिग्ध मरीजों की बडी संख्या आती है। इस वजह से भीड हो जाती है और कोरोना संक्रमण का खतरा बढ जाता है। इसी वजह से फीवर क्लिनीक को आम्बेडकर भवन में स्थानान्तरित कर दिया गया है। यहां पर मरीजों की जांच के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना भी आसान रहेगा।
लेकिन इसके विपरित आम्बेडकर भवन की स्थितियां बिलकुल अलग है। आम्बेडकर भवन में नगर निगम का झोन आफिस संचालित होता है। इन दिनों राशन वितरण की अस्थाई पात्रता पर्ची के फार्म का वितरण भी आम्बेडकर भवन से ही किया जा रहा है। इस वजह से वहां बडी संख्या में लोगों का आवागमन होता है। बिना पूर्व सूचना के फीवर क्लिनीक को आम्बेडकर भवन में शिफ्ट करने का असर ये रहा कि आज नाम मात्र के लोग आम्बेडकर भवन के फीवर क्लिनीक पर पंहुचे। कुल मिलाकर फीवर क्लिनीक को स्थानान्तरित करने का सीधा असर कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच पर पडेगा और इसका पूरा फायदा कोरोना के आंकडे कम करने में मिलेगा।