October 12, 2024

बड़ी संख्या के चलते महाकाल भस्मार्ती में अब आकस्मिक आने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगा चलित भस्मारती में प्रवेश

सिंहस्थ 2016 के अनुभव को एक बार फिर मंदिर प्रबंध समिति अपनाने के लिए तैयार

उज्जैन,09जून (इ खबर टुडे/बृजेश परमार)।भस्मार्ती के लिए बडी संख्या में आ रहे श्रद्धालुओं के लिए महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने लिया निर्णय लिया है कि भस्मारती पंजीयन करने वाले श्रद्धालु के बाद जिन श्रद्धालुओ का पंजीयन नही़ं हो पायेगा उन्हें कार्तिकेय मंडपम की अंतिम 2 पंक्ति से चलित भस्मारती दर्शन के लिए प्रवेश दिया जाएगा।प्रारंभिक रूप से प्रयोग के रूप में 7 दिनों तक व्यवस्थाओ को देख जाएगा।

उज्जैन विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के मंदिर में देशभर से श्रद्धालु बाबा महाकाल की अल सुबह होने वाली भस्म आरती के लिए पहुचते है। महाकाल मंदिर समिति भस्मारती में श्रद्धालुओ के शामिल होने के लिए ऑनलाइन ओर ऑफलाइन परमिशन लेना पड़ती है। अभी महाकाल मंदिर में भस्म आरती में श्रद्धालुओं के 2 हज़ार लोगों की बैठने की व्यवस्था है। आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इससे अधिक है। सावन माह के समय बाबा महाकाल में श्रद्धलुओं की भीड़ बढ़ जाती है।

कई श्रद्धालु भस्मारती में शामिल होना चाहते हैं लेकिन पंजीयन ना होने के कारण भस्म आरती में जाने से रह जाते हैं। ऐसे श्रद्धालुओं के लिए उज्जैन कलेक्टर आशीषसिंह ने मंदिर समिति के सामने प्रस्ताव रखा कि ऐसे श्रद्धालुओं को कार्तिकेय मंडपम के पीछे की दो पंक्तियों से चलित भस्म आरती दर्शन कराए जाएं। इ

से प्रयोगात्मक रूप से 7 दिनो के लिए शुरू किया जाए अगर यह व्यवस्था सफल होती है तो निरंतर जारी रखी जा सकती है। इसके लिए श्रद्धालुओं के प्रवेश ओर निर्गम की व्यवस्था की जाए जिससे चलित भस्मारती में किसी प्रकार का व्यवधान ना हो। अगर यह व्यवस्था सफल होती है तो मंदिर में आने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को भस्म आरती से वंचित नहीं होना पड़ेगा।वर्तमान में बाहर से आने वाले कई तीर्थ यात्री इससे वंचित हो जाते हैं।

मदिर प्रबंध समिति की आय-व्यय बैठक में रखे गए इस प्रस्ताव के साथ ही वर्ष 2022-23 के बजट में प्रस्तावित आय रू.81 करोड़ 65लाख एवं प्रस्तावित व्यय 81 करोड़ 10 लाख का किया गया।इस प्रकार प्रस्तावित लाभ बचत 55 लाख प्रस्तावित की गई है।

सिंहस्थ 2016 में भी इसी प्रकार भस्म आरती के दौरान पंजीयनधारी श्रद्धालुओं के अतिरिक्‍त अन्‍य श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया था सिंहस्‍थ 2016 में की गई व्‍यवस्‍था के अनुरूप कार्तिकेय मंडपम की अंतिम 2 पंक्तियों से श्रद्धालुओ को दर्शन कराया जाकर मंदिर परिसर से बाहर की ओर प्रस्‍थान कराये जाने पर विचार किया गया। श्रद्धालुओं के प्रवेश निर्गम,आरती में सम्मिलित होने के समय व मार्ग आदि विषयों पर चर्चा कर आने वाले सोमवार से व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।

-व्यवस्थाएं सुदृढ कर सोमवार से चलित भस्मार्ती को प्रयोगात्मक लागू कर 07 दिन देखा जाएगा।चलित भस्मार्ती में आने वाले श्रद्धालुओं को भी नास्ता और चाय की सेवा मंदिर प्रबंध समिति दानदाताओं के माध्यम से करेगी। -गणेश धाकड़,प्रशासक श्री महाकाल मंदिर प्रबंध समिति,उज्जैन

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