Memorandum To MLA : आईएमए के आह्वान पर चिकित्सकों ने काम बंद कर विधायक काश्यप को सौंपा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन
हत्या का प्रकरण दर्ज होने पर राजस्थान में महिला चिकित्सक द्वारा आत्महत्या का मामला
रतलाम,02 अप्रैल(इ खबर टुडे)। राजस्थान में हत्या का प्रकरण दर्ज होने पर चिकित्सक डॉ. अर्चना शर्मा द्वारा आत्महत्या किए जाने से रूष्ट रतलाम के चिकित्सकों ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर विरोध स्वरूप शनिवार को काम नहीं किया। आईएमए की रतलाम इकाई के तत्वावधान में सभी चिकित्सक विधायक चेतन्य काश्यप से मिले और उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम ज्ञापन देकर डॉ. अर्चना शर्मा के आत्महत्या करने के मामले में दोषी लोगों के खिलाफ दुष्प्रेरण का प्रकरण दर्ज कर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. बी.एल. तापड़िया एवं सचिव चेतन्य खण्डेलवाल ने शहर के सभी प्रमुख चिकित्सकों की उपस्थिति में विधायक श्री काश्यप को ज्ञापन दिया। इस दौरान द फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिक एण्ड गायनॉलॉजिकल सोसायटी की पद्मश्री डॉ. लीला जोशी, डॉ. मनीषा माहेश्वरी, चिकित्सा शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. प्रवीणसिंह बघेल, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. जयंत सुभेदार, डॉ. कृपालसिंह राठौर, डॉ. अशोक हरोर, डॉ. पदम घाटे एवं भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक डॉ. राजेश शर्मा सहित जिला चिकित्सालय एवं शासकीय मेडिकल कॉलेज सहित निजी चिकित्सा व्यवसाय करने वाले समस्त चिकित्सक मौजूद रहे। विधायक श्री काश्यप ने चिकित्सकों को आश्वस्त किया कि वे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की भावना से सरकार को अवगत करवाएंगे और प्रयास करेंगे कि मध्यप्रदेश में चिकित्सकों के कार्य संबंधी सुरक्षा हेतु निर्देश नए सिरे से जारी हों। उन्होंने रतलाम में चिकित्सकों से निर्भिक होकर कार्य करने का आह्वान भी किया।
इससे पूर्व आईएमए द्वारा दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि राजस्थान में डॉ. अर्चना शर्मा पर राजनीतिक दबाव में धारा 302 के तहत हत्या का झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया। जबकि ऐसे मामलों में शासन के स्पष्ट निर्देश है कि चिकित्सकों के विरूद्ध धारा 304 के तहत लापरवाही के प्रकरण भी दर्ज करने हो, तो उसे तकनीकी समिति से अभिमत प्राप्त करने के बाद ही दर्ज किया जाना चाहिए। चिकित्सक डॉ. अर्चना शर्मा के विरूद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज करवाकर कतिपय लोगों ने उन्हें आत्महत्या करने के लिए दुष्प्रेरित किया, इसलिए सभी के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की जाए।