November 23, 2024

Diplomat : मंदसौर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मजबूर या कूटनीतिज्ञ

मंदसौर,11मई(इ खबर टुडे /चंद्र मोहन भगत)। मंदसौर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विपिन जैन अपने अभी तक के राजनीतिक जीवन के मेरिट के कारण अध्यक्ष बन पाए हैं वरन नाम तो कांग्रेस के उन कार्यकर्ताओं के चल रहे थे जिनके नाम को शहर भर में सभी राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं में अच्छे से पहचाना जाता है । मेरिट पर भले ही विपिन को प्रदेश कांग्रेस संगठन ने जिला अध्यक्ष बना दिया पर ऐसे ही सिर्फ मेरिट पर भी नहीं बनाया है ! जिले भर में कांग्रेसी राजनीतिक शख्सियत की हैसियत रखने वाले नामों की पेचीदगियों से बचने के और इन्हें किनारे कर भविष्य में कांग्रेस को संभालने जैसे नए सक्षम नाम मैं विपिन अग्रणी थे ।

विपिन के अध्यक्ष बनते ही जिले में माना जाने लगा था कि विपिन राजनीतिक व्यक्ति जरूर है पर गुटबाजी या अपनों को प्रश्रय देना गैर को निपटाने जैसे कूटनीति करने वाले नेता नहीं है । जिले भर के कांग्रेसियों को यही मुगालता था । इसी कारण विपिन जैन के आह्वान पर अभी तक जिला कार्यालय पर हुए कार्यक्रमों में भीड़ लगातार सम्मानजनक आ रही है । इधर जैसे-जैसे जिले में अध्यक्ष के अलावा अन्य पदाधिकारियों के नामों की घोषणा होने लगी तब से सीन बदलने लगे और अध्यक्ष के प्रति मान्यता भी कि विपिन सिर्फ राजनीति नही कूटनीति करना भी जानते हैं करने भी लगे हैं ।

जैसे किसी पद पर मनचाहे कार्यकर्ता को बैठाने के लिए कभी नगर के जिले के किसी वरिष्ठ नेता का सहयोग लेकर चयन करवा देना तो किसी नाम को निपटाने के लिए समूह से शिकायत करवा देना । ऐसे कूटनीतिक दांव जब भी खेले जाते हैं प्रभावित होने वाले को समय निकल जाने के बाद ही पता चलता है। नवनियुक्त जिला अध्यक्ष की अभी शुरुआती राजनीतिक गतिविधियों पर पैनी नजर रख परखने की कोशिश करेंगे तो मान जाएंगे कि विपिन जैन सिर्फ राजनीतिक जिलाध्यक्ष नहीं है । हो सकता है कि अभी तक के जिलाध्यक्ष में सबसे बेहतर सतह पर नजर ना आने वाले कूटनीतिक अध्यक्ष साबित होंगे ।

विपिन जैन की घोषणा के पहले जितने भी प्रतिस्पर्धी आपस में एक दूसरे की शिकायतों की दर्जनों फाइलें अपने समर्थकों से जिला प्रभारी से लेकर मुख्यालय तथा प्रदेश प्रभारी तक को प्रस्तुत करा कर रहे थे इनमें से अधिकांश नेता ब्लॉक अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी चयन के समय तक टोटल निष्क्रिय है । ना किसी के पक्ष में रहे ना किसी की शिकायतें करी न कराई और ना ही अब जिला कांग्रेस कार्यालय की सीडी चढ रहे हैं ।याने दृश्य साफ है जिलाध्यक्ष चयन के समय तक के विघ्नसन्तोषी अलग थे काम होने के बाद घर बैठ गए , ऐसे ही ब्लॉक अध्यक्ष व अन्य के चयन के समय के विघ्न संतोषी अलग हैं ये जिला अध्यक्ष की घोषणा तक मैदान से नदारद थे ।

You may have missed