रतलाम / गंभीर हादसों के बावजूद आरटीओ विभाग सुस्त ,जिले में तेज रफ़्तार के साथ चल रही ओवेर लोडिंग बसे
रतलाम,27मार्च(इ खबर टुडे)। रतलाम जिले ने नियम-कायदे ताख में रखकर बसें बेखौफ सड़कों पर दौड़ रही हैं। यात्रियों की जानमाल के साथ खिलवाड़ कर खतरों भरा सफर किया जा रहा है। लेकिन संबंधित विभाग मूकदर्शक बने तमाशा देख रहे हैं। शहर समेत पुरे प्रदेश में तेज़ रफ्तार और ओवेर लोडिंग वाहनों की दुर्घटनाओं की खबरे सामने आ चुकी है। लेकिन सबंधित विभाग उस समय दिखावटी कार्यवाही कर फिर दूसरे हादसों के इंतज़ार में बैठ जाता है। ऐसे ही हादसों की स्थिति एक बार फिर जिले की सड़को पर दिखाई देने लगी है।
जानकारी के अनुसार पूर्व में शहर से बाजना रूट की जर्जर व खस्ताहाल मार्गों के नवनिर्माण के बाद अब जिले के प्रमुख मार्ग सपाट हो चुके हैं। इन मार्गों की दौडऩे वाली बसें अधिक मुनाफा कमाने के लिए ओवर लोड वाहन चलाते हैं, जो कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। चालक-परिचालक यात्रियों की जान-माल की चिंता किए बिना यात्रियों को बसों में ठूंस-ठूंसकर बैठाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाली बसों में तो छतों पर सवारी को बैठाया जाता है।
अफसर कार्रवाई में करते हैं लापरवाही
ओवर लोडिंग बसों को चेक करने का जिम्मा आरटीओ, यातायात पुलिस के पास है। प्रत्येक बस चाहे वह अंचल की हो या फिर शहरी क्षेत्रों में दौडऩे वाली सभी ट्रैफिक प्वांइट से गुजरती हैं। जहां यातायाता चौकी पड़ती है। वही वर्तमान में आचार सहिता के चलते चेकिंग आसानी से की जा सकती है। लेकिन पुलिस केवल मादक पदार्थो ,अवैध शराब की चेकिंग में ही व्यस्त है। ऐसा नहीं है कि जिम्मेदारों को इन ओवेर लोडिंग जानकारी नहीं है, जानकारी के बावजूद जिम्मेदार कार्रवाई में लापरवाही करते हैं।
इसकी कीमत यात्रियों को दुर्घटना के दौरान अपनी मौत या फिर घायल होकर चुकाना पड़ता है। खास बात यह है कि जो भी बसें दौड़ रही हैं उनमें अधिकतर अनफिट हैं। लेकिन संबंधित विभाग द्वारा कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। शहर से निकलने पर बाजना ,सैलाना ,शिवगढ़ ,रावटी आदि क्षेत्रीय मार्गो पर ओवर लोड बसें आसानी से देखी जा सकती हैं। खास बात यह है कि इनमें कानून का खौफ नहीं है।
ये हैं नियम
ओवल लोड बस पर जुर्माना करने का प्रावधान।
अधिक किराया लेने पर भी जुर्माना वसूलने का प्रावधान।
संबंधित विभाग को बसों को चेक करने का अधिकार।
बस के समस्त शीशे पूर्ण रूप से लगे होना चाहिए।
बस में किराया सूची चस्पा या फिर परिचालक के पास होना जरूरी।
बसों की प्रतिदिन साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए।
सभी प्रकार की बसों में इमरजेंसी गेट का होना अनविार्य।
हेड लाइट, बे्रक और स्टेरिंग पूर्ण रूप से फिट होना जरूरी।
लाइन पर चलने वाली बस का परमिट सहित पूर्ण कागजात।