December 23, 2024

रतलाम / जावरा-मंदसौर‎ हाईवे पर मिली युवती की लाश उज्जैन निवासी निकली , पुलिस ने लिया संदिग्धों को हिरासत में

muder

रतलाम,07 अप्रैल (इ खबरटुडे)। रतलाम में रूपनगर फंटे के पास जावरा-मंदसौर‎ हाईवे किनारे 2 अप्रैल की सुबह‎ अर्धनग्न अवस्था में मृत मिली युवती ‎की पहचान 5वें दिन शनिवार को हुई।‎‎ पुलिस ने पुष्टि होने के बाद शव परिजनों को सौप दिया। वही पुलिस ने मामले में कुछ संदिग्धों को हिरासत में पूछताझ शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार मृतिका उज्जैन‎ ‎जिले के‎‎ खाचरौद ‎‎तहसील में गांव ‎‎‎नरेड़ीबेरा की‎ ‎‎‎सविता कुंवर ‎‎राठौर (‎22) है।‎ घर से मां, भाई-बहन को ये कहकर‎ 7 महीने पहले रतलाम आई थी कि मैं ‎‎डॉक्टरी की पढ़ाई करने जा रही हूं।

सविता रतलाम में प्री नर्सिंग और इंग्लिश की कोचिंग कर रही थी। होली पर घर गई थी और रंगपंचमी मनाकर 31 मार्च को रतलाम लौट आई थी। 1 अप्रैल की सुबह 7:30 बजे किसी बंसल इंग्लिश कोचिंग पर गई और दोपहर 3:00 बजे किराए के घर से लापता थी, उसी रात किसी ने हत्या कर उसका शव हाईवे किनारे फेंक दिया। शनिवार को सविता का भाई धीरेंद्र उर्फ युवराज सिंह ताऊ का बेटा लखन सिंह,मामा व अन्य रिश्तेदार के साथ उसे ढूंढते हुए रतलाम पहुंचा।

सविता रतलाम में श्री राम मंदिर के पास सकवाल नगर में किराए से रहती थी और पास में ही इसे सुप्रीम नर्सिंग अकैडमी से प्री नर्सिंग टेस्ट की तैयारी कर रही थी। धीरेंद्र और रिश्तेदारों ने पहले वहां तलाश किया लेकिन वहां नहीं मिली तो रतलाम आईये थाने पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे हैं जहां उन्होंने फोटो दिखाई तो पुलिस ने मृतक युवती के फोटो से मिलान किया और इसके बाद मृतिका की पहचान हुई।

पुलिस दफना चुकी थी शव खोद कर निकाला
जांच अधिकारी रिंगनोद थाना प्रभारी पर दवे रतलाम पहुंचे पहचान कंफर्म होने के बाद परिजन की मांग पर एसडीएम राधा महंत के समक्ष शव की सुपुर्दगी की अर्जी दी। इसके बाद एडीएम ने नायब तहसीलदार वैभव जैन को नियुक्त किया जिनकी मौजूदगी में पुलिस द्वारा जावरा आनंदी हनुमान मुक्तिधाम परिसर में सविता के शव को खोदकर निकाला और सुपुर्द किया। यूपी की

पुलिस को कुछ दोस्तों पर ही शक
युवती की 01 अप्रैल की रात हत्या हो गई ,2 को शव मिला। पुलिस ने भाई धीरेंद्र और परिजनों से भी सवाल पूछा कि इतने दिन क्यों लगाई उन्होंने बताया कि सविता पढ़ाई के चक्कर में मोबाइल बंद रखती है। इसलिए शक नहीं हुआ परिजन ग्रामीण परिवेश के होकर नरेडीबेरा में थे और संभव है वहां तक सूचना नहीं पहुंची होगी

लेकिन बड़ा सवाल है कि रतलाम में युवती दो जगह कोचिंग कर रही थी। उसका फ्रेंड सर्कल होगा और तमाम समाचार पत्र सोशल मीडिया ग्रुप पर मर्डर के बाद फोटो वायरल हुआ फिर भी दोस्त कोचिंग संचालक क्यों चुप रहे उन्होंने पुलिस को पहचान क्यों नहीं बताई कुछ दोस्तों पर ही पुलिस को शंका भी है उनके तलाक जारी है। पुलिस ने उक्त मामले में संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds