May 18, 2024

Cyclone Gulab : आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट से टकराया चक्रवाती तूफान, पांच मछुआरे समुद्र में गिरे, शुरू हुई तेज बारिश

नई दिल्ली,26सितंबर(इ खबर टुडे)। आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के तटीय इलाकों से चक्रवाती तूफान गुलाब टकरा गया है। आंध्र प्रदेश में चक्रवात तूफान के दस्तक देते ही श्रीकाकुलम में भारी बारिश शुरू हो गई है। साथ ही तेज हवाएं भी चल रही हैं। जिला प्रशासन द्वारा तूफान से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

आइएमडी ने ताजा जानकारी दी है कि ओडिशा के भुवनेश्वर में भी चक्रवाती तूफान गुलाब के टकराने की प्रक्रिया रविवार शाम से शुरू हो गई है और यह करीब तीन घंटे तक जारी रह सकती है। इस प्रणाली ने आंध्र प्रदेश के कलिंगपट्टनम और ओडिशा के गोपालपुर के बीच के भूभाग को प्रभावित किया है। आइएमडी द्वारा चक्रवात की चेतावनी और उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों के लिए जारी की गईं हैं। दोनों ही राज्यों के तटीय इलाकों के पास तेज बारिश शुरू हो गई है।

चक्रवाती तूफान के चलते आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम के पांच मछुआरे आज शाम समुद्र में गिर गए। ये सभी मछुआरे मंडासा तट पर लौट रहे थे की तभी तेज लहरें आईं और उनकी नाव पलट गई, जिसके चलते वे सभी समुद्र में गिर गए। पुलिस और अन्य अधिकारी उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। यह जानकारी वज्रपुकोट्टुरु के सब इंस्पेक्टर गोविंदराव ने दी है।

पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम से ली स्थिति की जानकारी
इसके पहले चक्रवात तूफान से उत्पन्न स्थिति की जानकारी के लिए लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से बात की थी। पीएम ने ट्वीट कर कहा था कि केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। मैं सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।

ओडिशा सरकार ने बचाव दल को संवेदनशील इलाकों में भेजा है। इसके साथ ही लोगों को निचले इलाकों से निकालने के लिए आदेश जारी किया है। ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ODRAF) की 42 टीमों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के 24 दस्तों को दमकल कर्मियों के साथ सात जिलों- गजपति, गंजम, रायगडा, कोरापुट, मलकानगिरी, नबरंरपुर और कंधमाल में भेजा गया है।

NDRF की आठ टीमें आपातकालीन स्थिति के लिए रखी गईं रिजर्व में
एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवाती तूफान से गंजम के गंभीर रूप से प्रभावित होने की आशंका है और अकेले उस क्षेत्र में 15 बचाव दल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, 11 अग्निशमन इकाइयां, ODRAF की छह टीमें और NDRF की आठ टीमें आपातकालीन उद्देश्यों के लिए रिजर्व में रखी गई हैं।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds